शिवपुरी। जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के पूरनखेड़ी टोल प्लाजा के भारी वाहनों के नापतौल में गड़बड़ी पाए जाने के मामले में मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी न्यायालय ने संचालित करने वाली कंपनी इरकॉन शिवपुरी गुना टॉलवे लिमिटेड के संचालक, सीईओ और एक कर्मचारी पर 30 हजार के अर्थदंड से दण्डित किया है। अर्थदंड न भरने की पर अभियुक्तगण को 7-7 दिन का साधारण कारावास अलग से भुगतान किए जाने के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, निरीक्षक आर.के.चतुर्वेदी की तरफ से पूरनखेड़ी टॉल प्लाजा ए.बी.रोड एन.एच-46 पर लगे इनमोशन व्हेब्रिज के वजन में अंतर आने के कारण संस्था के खिलाफ विधिक माप विज्ञान अधिनियम-2009 के उल्लंघन के कारण अभियोजन प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था।
इस प्रकरण में पूरनखेड़ी टोल प्लाजा कोलारस के डायरेक्टर-मसूद अहमद नजर, सीईओ सुरेश पी, उपस्थित - संजय गोस्वामी के विरूद्ध प्रकरण में अभियुक्त मानते हुए वरिष्ठ कार्यालय उप नियंत्रक नाप-तौल ग्वालियर द्वारा अग्रिम कार्यवाही करने के लिए प्रकरण को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में दायर किये जाने के आदेश दिए गए।
जिसके बाद प्रकरण दायर किया गया। जिसमें मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय की तरफ से अपना फैसला सुनाते हुए अभियुक्तों डायरेक्टर, सीईओ, संजय गोस्वामी और संस्था इरकॉन शिवपुरी गुना टोलवे लिमिटेड पूरनखेड़ी टोल प्लाजा ए.बी.रोड एन.एच-46 कोलारस पर 30 हजार के अर्थदण्ड अधिरोपित किए जाने की कार्यवाही की गई है।
ऐसे खुलासा हुआ टोल पर लूट का
ट्रक ड्राइवर जफर अली ने एसडीएम कोलारस को शिकायत की थी। इसमे उसने बताया कि वह अपने ट्रक में मशीनरी लोड करके महाराष्ट्र बॉर्डर चेक पोस्ट नेटवर्क लिमिटेड पर 6 अगस्त की शाम 5.41 बजे इलेक्ट्रॉनिक कांटे पर वाहन का वजन कराया जो 42780 किलोग्राम आया। वहां से वाहन लेकर जय 7 अगस्त को पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर पहुंचा तो वाहन का वजन 47775 किलोग्राम आया।
इसी टोल प्लाजा की लेन नंबर-9 पर जब जाकर ने अपना ट्रक ले जाकर खड़ा किया तो यहां इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे ने 49150 किग्रा वजन बताया। महाराष्ट्र से शिवपुरी के पूरनखेडी टोल प्लाजा पर हुए वजन में 5890 किलोग्राम का अंतर आया। चौकाने वाली बात यह रही कि पूरनखेड़ी टोल प्लाजा की दो लाइनों में ही वाहन के वजन में 1375 किलोग्राम का अंतर आया है।
जफर ने वजन की सभी पर्चिया संभाल कर रखी और प्लाजो के इस फर्जीवाड़े के खुलासा कर दिया। इसके बाद अधिकारियों ने यहां जांच की थी और एक्सपर्ट की जांच में भी यह खुलासा हुआ कि टोल प्लाजा की अलग-अलग लेन में लगे इलेक्ट्रॉनिक कोटी के वजन में अंतर है। इसके बाद डिस्प्ले बोर्ड भी जब्त कर लिए गए थे।