शिवपुरी। कंगाल होती नगर पालिका शिवपुरी में आए के स्रोत बढ़ाने के लिए नए नए उपाय खोजे जा रहे थे,अभी नगर पालिका के दुकानदारों पर बकाया राशि वसूलने के लिए उनकी सूची चौराहे पर टांग दी थी,अब बताया जा रहा है नगर पालिका शिवपुरी शहर में ऐसे भवनों की खोज करेगी जो नगर पालिका के राजस्व विभाग के रजिस्टर में दर्ज नहीं है। इसके लिए नगर पालिका सर्वे कराने का प्लान कर रही है।
जैसा कि विदित है कि नगर पालिका सीमा में स्थित सैकड़ों ऐसी कॉलोनी है जो अवैध की सूची में दर्ज थी,जो अब वैध कॉलोनी में कन्वर्ट हो रही है,ऐसा कॉलोनियों में भवन निर्माण की मंजूरी नही ली गई थी। इस कारण इस कॉलोनी में बने मकान और भवन नगर पालिका के रजिस्टर में दर्ज नहीं थे। इसे लेकर नगर पालिका के द्वारा सर्वे कराया जाएगा। जिसकी शुरुआत नए साल में होने जा रही है। इससे नपा की आय 10 करोड़ से बढ़कर करीब 12 करोड़ हो जाएगी। यह रुपए शहर के विकास कार्यों में लगाए जाएंगे।
नगर पालिका परिषद ने हाल ही में हुए परिषद के सम्मेलन में भवनों के सर्वे कराने का टेंडर की स्वीकृति करा ली है। जिसके तहत शहर व आस-पास के क्षेत्रों में बने नए भवनों व दुकानों को नपा में दर्ज किया जाएगा। वर्तमान में नगर पालिका में 22 हजार भवन दर्ज है। नपा का अनुमान है कि सर्वे के बाद भवनों की संख्या बढ़कर 44 हजार के करीब पहुंच जाएगी। ऐसे में नपा की सालाना भवन-दुकान टैक्स की वसूली 10 करोड़ रुपए से बढ़कर लगभग 12 करोड़ रुपए पहुंच जाएगी। इसे लेकर नपा ने टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि जल्द से जल्द सर्वे शुरू कराकर नए भवन व दुकानों से टैक्स की वसूली की जा सके। यहां टैक्स वसूली वर्ग मीटर के मुताबिक की जाती है।
टैक्स से नपा कराएगी विकास कार्य
नगर पालिका भवनों से मिलने वाले लगभग सालाना 12 करोड़ रुपए के टैक्स से शहर में विकास कार्य कराएगी। शहर के अलावा नई कॉलोनियों में भी नपा सीसी रोड, पार्क, बिजली समेत जल वितरण की कार्रवाई करेगी। जिससे लोगों को फायदा होगा। इसे लेकर भी नगर पालिका ने कई सीसी रोड की कार्ययोजना तैयार कर ली है।
बैठक में मंजूर किया बिंदु
हाल ही में हुई परिषद की बैठक में भवनों के सर्वे कराने का बिंदु मंजूर कराया गया है। जिसमें नवनिर्मित भवनों को सर्वे के जरिए दर्ज किया जाएगा और इससे टैक्स की वसूली की जाएगी ताकि शहर में विकास कार्य कराए जा सके।
केशव सगर, सीएमओ, नपा शिवपुरी