SHIVPURI NEWS - चायना का पडौसी निकला उसका हत्या, उम्र 16 साल-पति के साथ पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन में था शामिल

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज से 90 दिन पूर्व शिवपुरी जिले के बैराड़ नगर में 10 अक्टूबर को चायना शर्मा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या लूट के इरादे से की गई थी। यह हत्याकाण्ड बैराड पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। इस हत्याकांड को लेकर मृतक के पति को थाने के सामने भूख हड़ताल पर भी बैठना पडा था। पुलिस ने इस हत्याकांड को ट्रेस कर लिया है। हत्यारे में एक आरोपी चायना का पडोसी निकला और सबसे हैरानी वाली बात यह है कि आरोपी चायना शर्मा के पति के साथ पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल था।

जानकारी के अनुसार बीते 10 अक्टूबर 2023 को दोपहर में घर में न्योता देने की कहकर आए आरोपियों ने दिन दहाड़े एक चायना शर्मा की हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। परंतु आरोपियों ने इस वारदात को इतनी सफाई से अंजाम दिया कि पुलिस भी इन आरोपियों तक नहीं पहुंच पा रही थी। जिसके चलते परिजनों में भी आक्रोश देखने को मिल रहा था।

इस मामले को लेकर मृतिका चायना शर्मा के पति अजय शर्मा और परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली से नाखुश होकर थाने के बाहर भूख हड़ताल की थी। इस भूख हड़ताल के बाद पुलिस ने परिजनों को 15 दिन में हत्याकांड का खुलासा करने का आश्वासन दिया और पुलिस ने इस मामले का आज खुलासा कर दिया है।

बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड हेमंत शर्मा उम्र 16 साल निवासी गुरीच्क्षा थाना गोवर्धन है तो कि मृतिका के घर के पास में ही किराए का कमरा लेकर पढ़ाई करता था। समाज का होने के नाते आरोपी का चायना शर्मा के घर आना जाना था। साथ ही मृतिका के बच्चों से आरोपी ने दोस्ती कर रखी थी। जिसके चलते आरोपी को पता था कि घर में जेवरात और अन्य सामान कहां रखा रहता है।


जिसके चलते आरोपी ने अपने रूम पार्टनर महेन्द्र तोमर निवासी गुरीक्षा के साथ मिलकर रेकी की और इस वारदात की पटकथा लिखी। दोनों आरोपियों ने इस मामले में अपने मामा पवन शर्मा उर्फ बंडा निवासी धतूरा जो कि बैराड थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है को पूरी प्लानिंग बताई। उसके बाद आरोपी अपने साथी मोनू उर्फ दीपक तोमर निवासी गुरीक्षा,भरत तोमर निवासी गुरिछा जो पहले भी लूट और हत्या के मामले में गोवर्धन थाना क्षेत्र में आरोपी है ने अपने साथी भरत तोमर निवासी गुरिछा,.कल्याण उर्फ कल्ला रावत निवासी वीलवरा माता बैराड़,आरोपी बृजमोहन उर्फ खन्ना परिहार निवासी हर्रई थाना गोवर्धन,शुभम तोमर निवासी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है।

बताया जा रहा है कि यह आरोपियों में से दो आरोपी घर में घुसे थे और मृतिका को कहा कि वह ऐंचवाडा से पटा का न्योता देने आए है। जहां आरोपी घर में घुसे। जिसमें से एक आरोपी को मृतिका ने पहचान लिया। जिसके चलते आरोपियों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर घर में रखे सोने चांदी के जेवर लूटकर ले गए। इस मामले में परिजनों ने पहले स्मैक के नशेलचीयों में हत्या का संदेह जाहिर किया था।

एसडीओपी सुजीत भदौरिया ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया है कि परिजनों ने इस मामले को लेकर स्मैकचीयों पर संदेह बताया उससे पुलिस को परेशानी हुई थी। जिसके चलते पुलिस ने अपनी पूरी ऊर्जा स्मैकचीयों पर खर्च कर दी। जिसके चलते पुलिस इनके पास नहीं पहुंच पा रही थी। तभी पुलिस को जब सफलता हाथ नहीं लगी तो पुलिस ने इस मामले में आदतन अपराधियों को तलाश किया। जहां कडी जोडी तो कड़ी जुड़ती चली गई और पुलिस ने इस मामले बैराड थाना प्रभारी नवीन यादव और उनकी टीम के साथ मिलकर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मामले का खुलासा करने पति के साथ भूख हड़ताल पर बैठे थे आरोपी
इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि उक्त आरोपी इतने शातिर थे कि किसी को उनपर शक नहीं हो जिसके चलते यह आरोपी मृतिका के पति के साथ भूख हड़ताल पर बैठे थे। जिसके चलते इन पर किसी ने संदेह नहीं किया।

तालाब में फेंक दिया था लूटा हुआ माल

इस मामले में एसडीओपी सुजीत भदौरिया ने बताया है कि पुलिस ने जब इन आरोपियों से पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया है कि उन्हें डर था कि इस मामले का अगर खुलासा होगा तो मोबाइल सबसे बडी समस्या बनेगा। जिसके चलते आरोपियों ने बड़े शातिर तरीके से पहले मोबाइल को तोडा और उसके बाद उसे गिरमानी के तालाब में फेंक दिया। जहां पुलिस ने इन आरोपियों की निशानदेही पर तालाब से मोबाइल भी बरामद कर लिया है।

लूटे गए सोने को ग्वालियर में गोल्ड लोन में गिरवी रखकर पैसे बांट लिए

थाना प्रभारी नवीन यादव ने बताया है कि यह आरोपी इतने शातिर थे कि इन्होंने लूटे गए माल को बेचने में रिस्क नहीं लिया। उन्हें डर था कि इस माल को बेचने में यह पकड़े जा सकते है। जिसके चलते आरोपी ग्वालियर गए और उन्होंने वहां गोल्ड लोन में इस सोने को 4 लाख 70 हजार रुपए में गिरवी रखा और फिर इस पैसे को लेकर आपस में बांट लिया।

कैमरो से बचने के लिए चुना जंगल का रास्ता

इस मामले में पुलिस ने बताया है कि आरोपी इतने शातिर थे कि उन्हें यह पता था कि सीसीटीव्ही से वह पकड़े जा सकते है। जिसके चलते आरोपियों ने इस मामले में सीसीटीव्ही से बचने के लिए बैराड गांव का रास्ता चुना।

पुलिस ने आरोपियों से माल जब्त

पुलिस ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया है कि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर रेडमी कंपनी का मोबाईल तालाब से जेसीबी से खोदकर जब्त किया। साथ ही पुलिस ने इस आरोपीयों से 1 लाख 9 रुपए के जेवरात,20 हजार रुपए नगद,घटना में प्रयुक्त की गई टाटा की मांजा कार क्रमांक एमपी 07 एमएम 8888 सहित,दो देशी कट्टा और दो जिंदा राउंड जब्त किए गए है।

इनकी रही सराहनीय भूमिका,10 हजार का इनाम मिलेगा

इस मामले में सबसे सराहनीय भूमिका सुजीत सिंह भदौरिया एसडीओपी पोहरी, निरी नवीन यादव थाना प्रभारी बैराड़, उपनिरीक्षक हरिशंकर शर्मा थाना प्रभारी छर्च,उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र शिवहरे, बी. एल. दोहरे,तेजसिंह, गणेश रावत,हरिओम वर्ग, शिरोमणि,गोविंद भदौरिया, जगेश सिकरवार, सुमित सेंगर,अरुण जादौन,रणजीत रावत, जलज रावत, आर हुकुम , चेतन राठौर, दुर्गा, विवेकानंद,शिवम बरूआ,गौरव व धर्म सिंह का सराहनीय योगदान रहा।