शिवपुरी। जिला अस्पताल में एक महिला स्वास्थ्यकर्मी का जन्म प्रमाणपत्र बनाने के एवज में रिश्वत लेते हुए का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें महिला कर्मी व्यक्ति से 100 रुपये लेते हुए दिखाई दे रही है। जब इसकी लिखित शिकायत की गई तो एक और व्यक्ति भी सामने आया और उसने 400 रुपये रिश्वत देने की बात कही। सिविल सर्जन ने मामले को संज्ञान में लेकर तीन सदस्यीय जांच दल गठित कर कार्रवाई करने की बात कही है।
अमरपुर टपरियन कोलारस के रहने वाले संतान सिंह कुशवाह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने बेटी काव्या कुशवाह के जन्म प्रमाणपत्र को डिजिटल बनवाने के लिए जिला अस्पताल में आवेदन किया था। इस पर वहां पदस्थ स्टाफ ने कहा कि 100 रुपये दे दो तो एक दिन में प्रमाणपत्र दे दूंगी, नहीं तो 25 दिन लगेंगे।
इस पर संतान सिंह ने 100 रुपये दे दिए और इसका वीडियो भी बना लिया। महिला कर्मी का नाम दीपशिखा तिवारी बताया गया है। इसे शिकायत के साथ अधिकारियों को सौंपा गया है। प्रसारित वीडियो में संतान सिंह महिला कर्मी को पर्स से निकालकर 100 रुपये दे रहा है। इसके बाद महिला कर्मी कहती है कि कल आ जाना एक के बाद। साथ में प्रमाणपत्र ले जाना। संतान सिंह की शिकायत के बाद एक और हितग्राही नवल सिंह सामने आया जिसने 17 जनवरी को अपनी बेटी का प्रमाण पत्र बनवाया है। उसने एक दिन में प्रमाण पत्र बनाने के एवज में 400 रुपये रिश्वत के रूप में देने की बात कही।
इनका कहना है
इस तरह का कृत्य बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है और इस पर हम जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहे हैं। इस मामले में दो महिला और एक पुरुष की तीन सदस्यीय कमेटी बनाएंगे जो तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देगी। इसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर सेवा शतों के अनुरूप आगे की कार्रवाई करेंगे।
डा. बीएल यादव, सिविल सर्जन