शिवपुरी। नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड पैमाने में शिवपुरी जिला अस्पताल इकाई को 90 फीसदी अंक हासिल हुए हैं, जिससे अब वह प्रदेश स्तर से 40 लाख रुपए ग्रांट की हकदार बन गई है। खास बात यह है कि 18 विभाग की सेवाएं स्वास्थ्य के क्षेत्र में इस टीम ने परखी जिनमें बेहतर परफॉर्मेंस होने पर 90 फीसदी अंक का सर्टिफिकेट जारी हुआ है।
सिविल सर्जन डॉ. यादव और आरएमओ डॉ. योगेंद्र रघुवंशी ने संयुक्त रूप से बताया कि तीन दिवसीय निरीक्षण के लिए केंद्र शासन की ओर से जिला अस्पताल में सितंबर माह में निरीक्षण टीम आई थी। जिसे स्वास्थ्य की 16 विभागों की मॉनिटरिंग आठ बिंदुओं पर की।
निरीक्षण दल ने जब सभी व्यवस्थाएं बेहतर पाई तो उसकी रिपोर्ट भी उन्होंने अंक तालिका के आधार पर सर्वोत्कृष्ट दी। यही वजह है कि अब तक जहां नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड का परीक्षण हुआ है उनमें शिवपुरी अव्वल आया है। जिला अस्पताल में गुणवत्ता परीक्षण करने आया दल।
सर्विस प्रोविजन: इस पैरामीटर के तहत जिला अस्पताल की होने वाली जांच, प्रसूति जांच, जननी जांच, मुफ्त खाना की व्यवस्था का परीक्षण किया। ओके पर बेहतर नंबर मिले। मरीज राइट: टीम ने इसमें तीन दिन रहकर यह गुणवत्ता देखी कि यहां मरीजों को मिलने वाले अधिकार का उपयोग हो रहा है या नहीं। और उनकी जांच रिपोर्ट को गोपनीयता दी जा रही है या नहीं।
इनपुट सर्विस: इस कैटेगरी में फिजिकल सेफ्टी, फायर एक्सटेंशन, इलेक्ट्रिक उपकरण जैसे बिंदुओं को परखा गया। सपोर्ट सर्विसेज: इसमें लॉन्ड्री, किचन, सिक्योरिटी और साफ सफाई की व्यवस्था को देखा गया। क्लीनिकल सर्विस: टीम ने इसमें देखा, मरीजों को उपचार के लिए कहीं भटकना तो नहीं पड़ा, समय पर डॉक्टर राउंड पर आए या नहीं।
इंफेक्शन कंट्रोल: जिला अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में किस तरह से इन्फेक्शन कंट्रोल किया जा सकता है इसकी मॉनिटरिंग की।
क्वालिटी मैनेजमेंट: इसके अंतर्गत डॉक्यूमेंट प्रक्रिया को देखा गया। आउटकम: इसके तहत बाह्य व्यवस्थाओं को चेक किया गया ताकि किसी तरह से मरीज को परेशानी तो नहीं है। संभाग में मिली रैंकिंग
आठ बिंदुओं पर जिला अस्पताल की दक्षता परखी गई। जो रैंकिंग संभाग में मिली है वह सर्वाधिक 90 फीसदी है। निजी हॉस्पिटल की सुविधाओं की तर्ज पर अब जिला अस्पताल को भी नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड का तमगा हासिल हो गया है। - डॉ. योगेंद्र रघुवंशी, आरएमओ