शिवपुरी। खबर कलेक्ट्रेट से आ रही हैं। जहां सहायक सचिवों ने एकत्रित होकर सहायक सचिव महेन्द्र सिंह तोमर ग्राम पंचायत गुरिछा थाना गोवर्धन पर सरपंच नीलम तोमर, उनके पति बृजेन्द्र तोमर एवं उनके सहयोगी द्वारा किये गये प्राणघातक हमले में कार्यवाही को लेकर पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर सहित जिला पंचायत कार्यालय पहुंच सीएओ कर दर्ज कराते हुए आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की है।
जैसा कि विदित है कि बीते 24 दिसंबर को सुबह 10 बजे बैराड़ तहसील की ग्राम पंचायत गुरीच्छा में रोजगार सहायक महेन्द्र तोमर जन मन आवास के तहत छूटे हुए पात्र आदिवासी परिवारों के सर्वे के कार्य से पंचायत में कार्य कर रहा था। जहां सरपंच पति के द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर महेंद्र तोमर के साथ मारपीट कर दी।
उसी दिन शाम को महेन्द्र के परिजनों के साथ भी आरोपियों द्धारा मारपीट की गई। इसके बाद पुलिस ने भी घटना में 9 आरोपियों के विरुद्ध हत्या के प्रयास की धाराओं में सहित अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया था।
इसके बाद सचिव और सहायक सचिव इस घटना को लेकर सक्रिय हुए और जनपद पंचायत पोहरी में भी आवेदन दिया था। सचिव और सहायक सचिवों ने कलमबंद हड़ताल भी शुरू कर दी है, और तीन दिन से कलमबंद हड़ताल पर है। आज शुक्रवार को सभी एकत्रित होकर कलेक्टर,एसपी और जिला पंचायत सीईओ के पास पहुंचे है। जहां उन्होनें मांग की है कि पुलिस ने धारा 307,294,324,353,506,147,149 के तहत गोवर्धन थाने में मामला दर्ज किया गया है इसमें शासकीय कर्मचारी से मारपीट की धारा 332 भी जोड़ी जाये।
इस घटना के बाद सभी पंचायतों के कर्मचारियों में भय बना हुआ है इसलिए सभी अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के साथ ग्राम पंचायत गुरिच्छा जनपद पंचायत पोहरी श्रीमती नीलम तोमर पति वृजेन्द्र तोमर को सरपंच से पृथक करने की कार्यवाही की जाए मांग की है। इसके साथ ही मांगों को जल्द पूरा ने करने पर सभी पंचायत कर्मचारियों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।