SHIVPURI NEWS - कलेक्टर ने की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा, दिए दिशा निर्देश मच्छरदानी बांटी जाए

Bhopal Samachar
शिवपुरी। कलेक्टर रविन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग में संचालित कार्यक्रम व योजनाओं की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कलेक्टर ने सहरिया बाहुल्य ग्रामों में आयोजित शिविरों की सफलता पर अधिकारी व कर्मचारियों की तारीफ की तो चाइल्ड डेथ, टीकाकरण में लापरवाही, परिवार नियोजन कार्यक्रम, एएनसी जांच के मामले में कड़ी फटकार लगाते हुए कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ पवन जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग में संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति समीक्षा बैठक का आयोजन कलेक्टर सभा कक्ष में किया गया था। बैठक में मलेरिया, टीवी मुक्त भारत, निक्षय मित्र योजना, कुष्ठ कार्यक्रम, आशा, एसएनसीयू, शहरी क्षेत्र क्लिनिक, एनआरसी, चाइल्ड डेथ, आरबीएसके, टीकाकरण, एनसीडी, परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा की गई।

डॉ पवन जैन ने बताया कि मलेरिया के 47 और डेंगू के 87 केस निकलने पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रस्तुतीकरण जिला मलेरिया एवं टीकाकरण अधिकारी डाॅ संजय ऋषीश्वर ने परीक्षण बढ़ाए जाने और 5 दिन से पुराने बुखार पर अनिवार्य रूप से किट द्वारा जांच कराए जाने बात की। साथ ही पांच लाख 26 हजार 2 दौ 26 मच्छरदानी बांटने के लिए उपलब्ध होने की जानकारी दी।

मीजल्स रूबेला के केस पिछोर खनियाधाना से कम रिपोर्ट होने तथा कई बच्चों का टीकाकरण न होना बताया एवं नवजातों को तत्काल टीकाकरण सतनवाड़ा अर्बन व पिछोर में लापरवाही प्रस्तुत हुई। आरबीएसके के अंतर्गत यथाशीघ्र कैंपों के आयोजन कर बच्चों का उपचार कराए जाने की बात की गई। मजदूरी से लौटकर आने वाले आदिवासी बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराए जाने व चाइल्ड डेथ का कारण सामने आने के निर्देश दिए गए।

बैठक में टीवी मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत प्रस्तुतीकरण जिला क्षय अधिकारी डाॅ अलका व्यास ने किया उन्होंने बताया कि 103 प्रतिशत नोटीफिकेशन की सराहना की गई लेकिन सतनवाड़ा और नरवर में कार्य कम होने पर सीबीएमओ से जवाब तलबी की गई।

बैठक में सीएमएचओ डाॅ पवन जैन, सिविल सर्जन डाॅ बीएल यादव, डीआईओ डाॅ संजय ऋषीश्वर, डीटीओ डाॅ अलका त्रिवेदी, कुष्ठ अधिकारी डाॅ आशीष व्यास, डीएचओ 2 डाॅ अमर सिंह जानोरिया, डीपीएम डाॅ शीतल व्यास, मीडिया अधिकारी अखिलेश शर्मा, सीपीसी कंसल्टेंट डाॅ हेमंत रावत, एपिडेमोलॉजिस्ट लालजू शाक्य, डीसीएम शेर सिंह सहित सभी ब्लाॅक के सीबीएमओ, प्रभारी बीएमओ, बीपीएम, बीसीएम, बीईई उपस्थित थे।

समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने दिए निर्देश

- मच्छरदानियां पंच, सरपंच, जनपद सदस्य एवं जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में बांटी जाएं।
- मच्छरदानी प्राप्तकर्ता हितग्राहियों की सूची पंचायतों पर चस्पा हो।
- जिला अस्पताल क सिटी स्केन मशीन द्वारा की जांच क डेटा राज्य स्तर से ठीक करावें।
-आशा पोर्टल और फिजिक्ली निष्क्रिय आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस दिए जाएं।
- सहरिय बाहुल्य ग्रामों में रिक्त पडे आशा कार्यकर्ताओं, आशा पर्यवेक्षकों के पदों की भर्ती हेतु स्वीकृति राज्य स्तर से प्राप्त की जाए।
- एसएनसीयू में मृत बच्चों का डेटा निकालें। वह किस गांव से थे व मृत्यु का कारण क्या रहा।
- अस्पतालों में कौन कौन सी दवाएं उपलब्ध है उनकी जानकारी आमजन को दी जावे।
-एनआरसी भर्ती और उपचार में कमी है तो जिम्मेदार पर एफआईआर कराएं।
- निक्षय मित्र योजना के आंकड़ों का मिलान राज्य स्तर के आंकड़ों से करें।
-विभिन्न बीमारियों पर चिकित्सकों के ज्ञान संवर्द्धन के लिए सेमीनार आयोजित करें।
- टीकाकरण में लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्यवाही करें। एएनएम को नोटिस दें।
-डिलेवरी पाइंट पर नवजात टीकाकरण का डेटा कम रहने पर बीपीएम खनियाधाना को नोटिस दिया जाए।
-परिवार कल्याण कार्यक्रम में लापरवाही पिछोर बीईई को नोटिस दिया जाए।
-एनसीडी कार्यक्रम का डेटा राज्य स्तर से ठीक करावें।
- अधिकारी कर्मचारी आपस में समन्वय बनाएं, जानकारी शेयर करें। पेमेंट आंख मूंदकर न करें।