भोपाल। मध्य प्रदेश में मोहन सरकार के मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हो चुका है। 40 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है जब गुना शिवपुरी लोकसभा सीट से किसी को मंत्री पद नहीं मिला। कोलारस विधायक श्री महेंद्र सिंह यादव की तरफ से काफी प्रयास किए गए थे परंतु सिंधिया कोटा और यादव होने के कारण उनके नाम पर विचार तक नहीं किया गया। दिल्ली के सूत्रों ने पुख्ता खबर दी थी कि मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल की पहली लिस्ट में शिवपुरी विधायक श्री देवेंद्र जैन का नाम प्रिंट हुआ था।
पहली समीक्षा बैठक में भी श्री देवेंद्र जैन को मंत्रिमंडल में शामिल करने पर सहमति बन गई थी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता है, लेकिन संगठन में इतनी मजबूत पकड़ नहीं है कि किसी के लिए सर दर्द बन सके। शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के पहलवान और दिग्विजय सिंह की आन बान शान के प्रतीक केपी सिंह को चारों खाने चित किया है, और फिर लोकसभा में दूसरा कोई विकल्प भी तो नहीं था। इसलिए मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री बनाया जाना तय कर दिया गया था परंतु फिर अचानक दूसरे दौर की समीक्षा बैठक में कुछ नई बातों का पता चला और नाम काट दिया गया।
समीक्षा के दौरान इस बात पर गौर किया गया कि, श्री देवेंद्र जैन ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भारत में भाजपा का चेहरा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को इतना महत्व नहीं दिया जितना की दिया जाना चाहिए। कि यहां तक की लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री की रैली में श्री देवेंद्र जैन अकेले प्रत्याशी थे, जो अनुपस्थित थे। यह भी पता चला कि श्री देवेंद्र जैन जनता से जुड़े कामों को पर्याप्त समय नहीं देते। इसके चलते देवेंद्र जैन का नाम अंतिम समय में काट दिया गया।