कोलारस। खबर कोलारस कस्बे से मिल रही है कि कस्बे में मेडिकल स्टोर की दुकान संचालित करने वाले दुकानदार को बुधवार की देर शाम उसकी दुकान में घुसकर नकाबपोश बदमाशो ने मारपीट कर दी। दुकानदार की पत्नी और बेटी बचाने आई तो उनकी भी मारपीट की है। मारपीट की घटना सीसीटीवी में कैद हुई है।
कोलारस में मेडिकल की दुकान संचालित करने वाले अनिल कुशवाह ने बताया कि वह बुधवार की शाम 6 बजे अपने मेडिकल स्टोर पर अपनी पत्नी शारदा और बेटी मनु के साथ बैठे थे। इसी दौरान 7 से 8 नकाबपोश बदमाश दुकान में घुसे और मुझे मारते हुए दुकान के बाहर ले गए और मेरी साथ लात घूसों और डंडों से जमकर पिटाई की। जब मेरी पत्नी और बेटी ने मुझे बचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। पड़ोसियों ने जैसे-तैसे हमें बचाया, इसके बाद सभी बदमाश भाग गए।
पूरा विवाद मकान से संबंधित है, जो लंबे समय से चल रहा है।
अनिल कुशवाह (40) ने बताया वह जिस मकान में रह रहे हैं, वहीं मेडिकल स्टोर चलाते हैं। इसी मकान को लेकर विवाद उनके पिता जगदीश सिंह कुशवाह के साथ चल रहा है। अभी मामला न्यायालय विचाराधीन है। फिर भी पिता मुझे लगातार मकान को छोड़ने की धमकी देते रहते हैं। अभी पिता अशोकनगर में मेरी बुआ बहन के यहां रहते हैं।
कार से आए बदमाश, कब्रिस्तान रोड पर पार्क कर पैदल पहुंचे
अनिल कुशवाह ने बताया कि सभी हमलावर कार से आए थे। उन्होंने कार को कब्रिस्तान रोड पर खड़ा किया था। जहां से सभी हमलावर पैदल ही दुकान तक पहुंचे थे और मारपीट करने के बाद उसी रास्ते से भाग गए। अनिल ने बताया कि सभी बदमाशों में से दो लोगों को उसने पहचान लिया था। जिनमें एक खनियाधाना का रहने वाला उसका चचेरा भाई संदीप कुशवाह था और दूसरा खोड़ का रहने वाला उसकी बुआ का लड़का मनीष कुशवाह था। मेरे पिता ने दोनों भाइयों को रास्ता और हमला करवाने में सहयोग के लिए भेजा था।
मामले में कोलारस थाना प्रभारी जितेंद्र मावई का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ मामला का दर्ज किया गया है। इसकी विवेचना की जा रही है, जांच के बाद आगे भी कुछ लोगों के नाम एफआईआर में बढ़ाई जा सकती है।
कोलारस में मेडिकल की दुकान संचालित करने वाले अनिल कुशवाह ने बताया कि वह बुधवार की शाम 6 बजे अपने मेडिकल स्टोर पर अपनी पत्नी शारदा और बेटी मनु के साथ बैठे थे। इसी दौरान 7 से 8 नकाबपोश बदमाश दुकान में घुसे और मुझे मारते हुए दुकान के बाहर ले गए और मेरी साथ लात घूसों और डंडों से जमकर पिटाई की। जब मेरी पत्नी और बेटी ने मुझे बचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उनके साथ भी मारपीट कर दी। पड़ोसियों ने जैसे-तैसे हमें बचाया, इसके बाद सभी बदमाश भाग गए।
पूरा विवाद मकान से संबंधित है, जो लंबे समय से चल रहा है।
अनिल कुशवाह (40) ने बताया वह जिस मकान में रह रहे हैं, वहीं मेडिकल स्टोर चलाते हैं। इसी मकान को लेकर विवाद उनके पिता जगदीश सिंह कुशवाह के साथ चल रहा है। अभी मामला न्यायालय विचाराधीन है। फिर भी पिता मुझे लगातार मकान को छोड़ने की धमकी देते रहते हैं। अभी पिता अशोकनगर में मेरी बुआ बहन के यहां रहते हैं।
कार से आए बदमाश, कब्रिस्तान रोड पर पार्क कर पैदल पहुंचे
अनिल कुशवाह ने बताया कि सभी हमलावर कार से आए थे। उन्होंने कार को कब्रिस्तान रोड पर खड़ा किया था। जहां से सभी हमलावर पैदल ही दुकान तक पहुंचे थे और मारपीट करने के बाद उसी रास्ते से भाग गए। अनिल ने बताया कि सभी बदमाशों में से दो लोगों को उसने पहचान लिया था। जिनमें एक खनियाधाना का रहने वाला उसका चचेरा भाई संदीप कुशवाह था और दूसरा खोड़ का रहने वाला उसकी बुआ का लड़का मनीष कुशवाह था। मेरे पिता ने दोनों भाइयों को रास्ता और हमला करवाने में सहयोग के लिए भेजा था।
मामले में कोलारस थाना प्रभारी जितेंद्र मावई का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ मामला का दर्ज किया गया है। इसकी विवेचना की जा रही है, जांच के बाद आगे भी कुछ लोगों के नाम एफआईआर में बढ़ाई जा सकती है।