शिवपुरी। शासन ने आमजन की समस्या समाधान के लिए जनसुनवाई जैसा कार्यक्रम बनाया था,जिसमें स्थानीय स्तर पर ही लोगों की समस्या का समाधान हो सके,लेकिन जनसुनवाई सिर्फ अब फॉरमलटी बन कर रह गई है,मंगलवार को ओमप्रकाश जाटव जनसुनवाई में अपनी पत्नी को गोद में उठाकर पहुंचा था उसने बताया कि बार बार आवेदन दिए,लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।
कमालगंज में रहने वाले मंगलवार दोपहर 12 बजे पत्नी इंदिरा जाटव उम्र 48 को कलेक्ट्रेट में गोदी मे उठाकर पहुंचे पति ओम प्रकाश जाटव उम्र 52 ने बताया कि न रहने को घर है, न खाने को दाना पानी। मजदूरी करके जो भी कमाता हूं, हम दोनों अपना गुजारा कर पाते हैं। 15 साल से पत्नी लकवाग्रस्त है तब से उसके हाथ पैर दोनों काम नहीं करते। अब इलाज भी कुछ नहीं हो रहा।
ऐसे में यदि हमें रहने को घर और इलाज सुविधा के साथ खाने-पीने की व्यवस्था मिल जाए तो हम कुछ समय और जी जाएंगे। दोनों पति-पत्नी ने रोते हुए कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी से कहा कि कई बार आवेदन दे चुके हैं, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। न पेंशन मिल रही, न आवास।