शिवम पाण्डेय@ खनियाधानां। खनियाधाना जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में फसल के लिए पर्याप्त बिजली न मिलने को लेकर अन्नदाता परेशान हैं। इस साल अल्पवर्षा की वजह से सिंचाई करना मुश्किल हो रहा है। इसे लेकर बुधवार को करीब एक दर्जन छिराई गांव के किसानों ने खनियाधाना विधुत मण्डल का घेराव करते हुए हंगामा किया। किसानों ने कहा कि दो दिनों के भीतर यदि व्यवस्था नहीं सुधरी तो किसानों द्वारा सोमवार को बिजली कार्यालय में चक्का जाम किया जाएगा।
7 घंटे ही मिल रही बिजली
लंबे समय से 10 घंटे बिजली न मिलने, बार-बार उपकरणों में फाल्ट आने, अघोषित कटौती को लेकर अन्नदाता परेशान हैं। किसानों केे सब्र का बांध बुधवार को टूट गया। किसानों ने विधुत मण्डल कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि सरकार 10 घंटे बिजली का दावा कर रही है, लेकिन बमुश्किल ग्रामीण अंचलों में 2-4घंटे बिजली मिल रही है। किसानों की मांग है कि बिजली विभाग ने जो 10 घंटे बिजली प्रदाय करने का समय दिया है, उतनी बिजली दी जाए।
शिकायत के बाद भी चालू नहीं होती लाइन
ग्रामीणों ने बताया कि कभी तकनीकी खराबी, कभी कहीं फाल्ट आ जाने के कारण और सप्लाई समय में परमिट लेकर रखरखाव की वजह से पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है, जहां रात्रिकालीन शिफ्ट हो, वहां कम से कम कंपनी के एक लाइनमैन की ड्यूटी होना चाहिए, उसका मोबाइल नंबर सार्वजनिक होना चाहिए, जिससे किसानों को किसी भी समस्या होने पर मदद मिल सके। अभी लाइनमैन का कोई पता नहीं रहता है, शिकायत करने के घंटों बाद भी लाइन चालू नहीं हो पाती। रात में फाल्ट होने पर बिजली फाल्ट दिन में सुधारा जाता है, जिससे किसान की रात वाली शिफ्ट का नुकसान हो जाता है।
किसानों ने सभी सब स्टेशनों का स्थाई संपर्क नंबर जारी करने की मांग की है, जिससे सीधे तत्काल शिकायत की जा सके ग्रामीणों ने कहा कि अभी बिजली आने के इंतज़ार में किसान बैठे रहते हैं, उसे पता ही नहीं रहता कि कहां फाल्ट आया है, कब तक आपूर्ति बहाल हो सकेगी।