शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका आपसी खींचतान में व्यस्त है,आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी है,लेकिन जनहित के चुनी गई नगर सरकार अपने हर मौचे पर विफल हो रही है। शिवपुरी शहर की आधी से अधिक आबादी पेयजल पर आश्रित है लेकिन सिंध का सुपर फास्ट मेंटेनेंस ना होने के कारण शहर के हालात बिगड जाते है।
शिवपुरी नगर सरकार से लेकर मप्र और केंद्र में भाजपा का राज्य है, ट्रिपल इंजन सरकार (सांसद, विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष) में आमजन को कडकडाती ठंड में पानी का इंतजार है, शिवपुरी शहर के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने वाली सिंध जलावर्धन की पाइप लाइन पिछले 5 दिनों से फूट जाने से शहर की सप्लाई में ब्रेक लग गया है। इस कारण शहर में कडकडाती ठंड में लोगे पानी की कट्टी लेकर घूमते दिख रहे है।
खूबत घाटी पर टूटी लाइन
खूबत घाटी के पास पानी की पुरानी पाइप लाइन फूट जाने की वजह से शहर में पानी की सप्लाई पिछले पांच दिन से नहीं हुई। शहर में मौजूद टंकियों से कई इलाकों में सप्लाई होने की वजह से दो से तीन दिन बाद एक एरिया को पानी मिलता है। अब जबकि पांच दिन से शहर में ही पानी नहीं आया तो फिर कई कॉलोनी-मोहल्ले में लोगों को 6 दिन से पानी का इंतजार है। उधर नगरपालिका में ट्यूबवैल मोटर रिपेयरिंग ठेकेदार से काम छीन लिया, तो स्थिति इतनी बिगड़ गई कि नपा में घमासान होने लगा।
पार्षद नीलम बघेल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
शिवपुरी शहर की वार्ड क्रमांक 11 की भाजपा की पार्षद नीलम बघेल ने पानी की समस्या को लेकर नगर पालिका के गेट पर तालाबंदी कर दी थी और अपने ही वार्ड की महिलाओं के साथ नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गई थी। इस धरने के कारण नगर पालिका मे खलबली मच गई नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा और पार्षद नीलम बघेल ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे।