कोलारस। कोलारस अनुविभाग अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को कोलारस एसडीएम मोतीलाल अहिरवार अचानक बिना किसी सूचना कुछ स्कूलों में पहुंच गए। उन्हें कई स्कूलों में स्कूल समय पर ताले लटके मिले। अधिकारियों ने विभागीय अधिकारियों को संबंधित लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजने की बात की है।
इस खबर को आगे बढ़ाने से पहले 21 जुलाई 2023 का जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश का अवलोकन भी करना होगा। 21 जुलाई को जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौर ने एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि लगातार स्कूल बंद होने की शिकायतें मिल रही है इसलिए मॉनिटरिंग अमले में शामिल सीएसी, बीएसी, बीईओ व बीआरसीसी सहित संकुल प्राचार्यों की न केवल जबाबदेही तय कर दी है बल्कि उन्हें प्रत्येक दिन सतत रूप से स्कूलों के निरीक्षण का टारगेट भी सौंप दिया है।
कुल मिलाकर जिले के सभी स्कूलों की मॉनिटरिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सीएसी, बीएसी से लेकर संकुल प्राचार्य तक को प्रतिदिन न्यूनतम निरीक्षण के टारगेट दिए हैं, साथ ही जबाबदेही भी तय की गई है। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
इन सभी को निर्देशों के मुताबिक निर्धारित संख्या में स्कूलों का निरीक्षण करना होगा और रिपोर्ट डीईओ को सौंपनी होगी, जिसके बाद लापरवाही बरतने वालों पर तत्काल व सीधी कार्रवाई की जाएगी।
अब मूल खबर की ओर चलते है
मंगलवार के दिन एसडीएम मोती लाल अहिरवार, नायब तहसीलदार लज्जाराम राजोरिया के साथ दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय सिंघराई पहुंचे वहां उन्हें स्कूल पर ताले लटके मिले। इसके बाद 3:57 बजे वह शासकीय प्राथमिक विद्यालय बूढ़ी राई पहुंचे तो वहां पर भी न तो स्टाफ न बच्चे स्कूल पर ताला लटका हुआ था और यही हालत यही हाल राई के स्कूल का भी मिला।
अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने जब गांव वालों से बात की तो उन्हें बताया गया कि शिक्षक कभी भी पूरे समय तक स्कूल में नहीं रूकते हैं। ज्यादातर समय में पूरे शिक्षक एक साथ स्कूल नहीं आते हैं और दोपहर 2 से 3 बजे के बीच शिक्षक स्कूल की छुट्टी कर निकल जाते हैं। एसडीएम ने विभाग को उक्त स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई हेतु प्रस्ताव भेजने की बात कही है।
अब सवाल
डीईओ किस किस पर कार्यवाही करेंगें। स्कूल बंद मिले है तो स्कूल के स्टाफ पर कार्यवाही तो की ही जाएगी,साथ ही इस स्कूल की मॉनिटरिंग करने वाले जिम्मेदार पर क्या कार्यवाही डीइओ करते है यह देखने वाली बात होगी,या फिर संबंधित को नोटिस जारी कर भेट चढावा वाला सिस्टम बनाकर इतिश्री कर ली जाऐगी।