मोहान सिंह @ शिवपुरी। शिवपुरी जिले की सीमा में वैसे तो गई ब्लैक स्पॉट है,लेकिन जिले के सतनवाडा थाना सीमा में ग्वालियर-शिवपुरी फोरलेन पर स्थित खूबत घाटी जिले का सबसे बडा ब्लैक स्पॉट है,इस घाटी पर अंधा मोड है इस कारण सबसे अधिक हादसे यहां होते है। जिले में अगर सडक दुर्घटनाओ का ग्राफ साल दर साल बढता जा रहा है,रास्ते कितने भी सुगम हो जाए लेकिन तेज रफ्तार,लापरवाही और रोड पर लगे सचेतको की नही सुनने के कारण यह हादसे हो रहे है।
जिलें भर में कई एक्सीडेंट हो रहे है। जिले में 12 एक्सीडेंटल पाइंट हैं, जिन पर अब तक सैकड़ों हादसे हो चुके हैं और इन हादसों में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है। जिससे हर साल हादसों से लेकर लोगों की मौत का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। यहां सड़क हादसों को रोकने में यातायात पुलिस भी नाकाम साबित हो रही है। साल 2021 की तुलना में वर्तमान साल में हादसे बढें है।
यहां देखे साल 2021 से वर्तमान साल तक का डाटा
साल 2021 की तुलना में साल 2023 में हादसों से लेकर लोगों की मौत का भी ग्राफ बढ़ा है। साल 2021 की बात करें तो इसमें 1008 हादसे हुए है जिनमें 978 लोग घायल हुए वही 283 लोगों की मौत हुई थी। साल 2022 की बात करें तो इसमें 1204 हादसे हुए है जिनमें 1160 लोग घायल हुए थे जबकि 363 लोगों की मौत हुई थी।
लेकिन साल 2023 के 12 माह की बात करे तो 1150 के लगभग हादसे हुए और इनमें 1200 लोग घायल हुए। वहीं मौतों का आंकड़ा 325 पर पहुंच गया है,यह आकडा अधिकृत है लेकिन ऐसा माना जाता है कि कई हादसे सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नही होती है इसलिए लिख सकते है कि इस साल शिवपुरी जिले मे सडक हादसो के कारण प्रतिदिन एक मौत होने की संभावना है।
इस रोड पर हो रहे सबसे ज्यादा सड़क हादसे
सडक हादसे में एक्सीडेंटल पॉइंट की बात करें तो सबसे ज्यादा सड़क हादसे सतनवाड़ा व खूबत घाटी रोड पर देखने को मिले है हालांकि इसके अलावा सड़क हादसे अन्य जगह भी हुए है। सतनवाड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत होने वाले सड़क हादसों का कारण यह भी है की खूबत घाटी पर घुमावदार रोड है साथ ही इस रोड पर सहायक सड़क से भी वहान आ जाते है जिसकी वजह से भी एक्सीडेंट हुए है। पिछले दिनो से जिले को कोहरे ने अपनी चपेट मे लिया है इस घाटी पर प्रतिदिन हादसे हो रहे है।
हालांकि साल 2022 की तुलना में साल 2023 में सड़क हादसों में मामूली सी गिरावट हुई है। लेकिन सड़क हादसों में मौतों का ग्राफ तीन सैकड़ा के पार ही रहा है।
अब शिवपुरी में भी इन बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए, अब पुलिस के द्वारा न सिर्फ यातायात नियमों का पालन न करने पर चालानी कार्रवाई की जा रही है बल्कि, एक्सीडेंटल पाइंट पर साइन बोर्ड भी लगाए गार हैं। लेकिन ट्रक ड्राइवर इन बोर्ड पर ध्यान नहीं देते है।
जिले में यहां है 12 एक्सीडेंटल पॉइंट...
जिले के देहात थाना क्षेत्र में पिपरसमा चौराहा, सनावड़ा में खूबत घाटी, बदरवास में ईश्वरी रेलवे पुल, पेट्रोल पंप से पडोरा चौराहा, देहरदा गांव से देहरदा चौराहा, सुरवाया में कट पॉइंट शिवपुरी लिंक रोड, अमोला घाटी फोर लाइन, अमोला में सिरसौद चौराहा, करैरा में मुंगावली तिराहा, टीला रोड कॉलेज तिराहा, सिल्लारपुर तिराहा और दिनारा में आवास मोड एक्सीडेंट पाइंट के रूप में शामिल हैं। जिले में यह 12 एक्सीडेंट पाइंट वाहन चालकों के लिए घातक हैं। क्योंकि यहां अब तक कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों जाने जा चुकी हैं।
यह रहा सबसे ज्यादा मौतों का कारण
सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतों का कारण सिर पर हेलमेट न लगाना सामने आया है। पुलिस की मानें तो ज्यादातर हादसों में बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहनें। जिससे सिर में गहरी चोट लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कार व अन्य वाहनों के हादसों में लोगों ने यातायात नियमों का पालन नहीं किया। जिन में सीट बेल्ट न लगाना और गलत दिशा से अचानक घुस जाना हादसों का कारण रहा है।