सचिन झा @ सिरसौद । खबर शिवपुरी जिले के करैरा थाना सीमा से मिल रही है कि थाना सीमा में स्थित सिरसौद-पिछोर रोड पर स्थित टोडा गांव के एक घर में 108 एंबुलेंस दीवार तोड़कर घर में जा घुसी। जब तेज धमाका हुआ तो घर मालिक घर से बाहर निकले तो एक एंबुलेंस उनके घर में प्रवेश कर चुकी थी।
बताया जा रहा है कि एंबुलेंस का ड्राइवर नशे में था और और ड्राइवर सीट पर कोई लडकी बैठी थी,घर मालिक और ड्राइवर के बीच रुपए का सौदा हुआ था,इसलिए एंबुलेंस के ड्राइवर के खिलाफ घर मालिक ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी,और एंबुलेंस 24 घंटे तक वहीं खड़ी रही थी,लेकिन बाद में ड्राइवर पलट गया उसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया।
सिरसौद-पिछोर रोड पर स्थित टोडा गांव में रहने वाले सतीश पुत्र योगेंद्र लोधी ने बताया कि बीती रात जब मैं अपने परिवार के साथ घर में सो रहा था, तभी आधी रात के दौरान एक तेज आवाज हुई तो मेरी आंख खुल गई। आवाज इतनी तेज थी कि परिवार के सभी सदस्य घबराकर उठ गए तथा सभी लोग बाहर देखने के लिए आए। बाहर आकर देखा तो एंबुलेंस क्रमांक सीजी 04 एनबी 6447 घर के दूसरे कमरे की दीवार को तोड़ते हुए उसमें जा घुसी थी। यह कि उस कमरे में कोई परिजन नहीं सो रहा था।
एंबुलेंस के पास देखा तो ड्राइवर सीट पर एक लड़की बैठी थी, तथा वहीं पास में एक युवक शराब के नशे में एंबुलेंस का ड्राइवर बैठा था, जो अपने आपको 108 एंबुलेंस का ड्राइवर बता रहा था। इसके बाद दोनों को गाड़ी से बाहर निकाला और देखा तो युवक को थोड़ी चोट आई थी। सतीश का कहना था कि लडकी ने बताया कि एंबुलेंस को मे ही चला रही थी। यह लडकी दुलाई गांव की है,वही ड्रायवर पिछोर क्षेत्र का रहना वाला हैं।
सतीश का कहना है कि पहले इस एंबूलेस के मालिक ने कहा कि जितना भी नुकसान हुआ है हम भरपाई करेगें,लेकिन अब वह पलट रहे है कह कह है कि दस बीस हजार लेना है तो ले लो हम पुलिस से एंबुलेंस मंगवा लेगें। बताया जा रहा है कि इस सौदे बाजी के कारण एंबुलेंस 24 घंटे तक वहीं खडी रही थी।
108 एंबुलेंस किस स्वास्थ्य केंद्र की है, यह भी वो दोनों नहीं बता पाए तथा वहां से चले गए। वो एंबुलेंस मकान में फंसी हुई ऐसे ही खड़ी रही, उसे कोई निकालने नहीं आया। भवन मालिक ने अमोला पुलिस थाने में शिकायत की है।
मैं पता करवाता हूं
सिरसौद-पिछोर रोड पर कोई हादसा हुआ है, यह जानकारी तो अभी मैंने जब पता किया तो मालूम चली है। हादसा कब और कैसे हुआ तथा ड्राइवर के अलावा लड़की कौन थी, यह मैं पता करवाता हूं।
तरुण सिंह, 108 प्रभारी भोपाल