शिवपुरी। शिवपुरी जिले के स्कूलों में शिक्षा स्तर सुधारने के लिए नई रणनीति बनाकर शिवपुरी के स्कूल शिक्षा विभाग ने मॉनिटरिंग शुरू की है। मॉनिटरिंग के चंद दिनों बाद ही इसमे विवाद की खबरें आना शुरू हो गई है। बीते रोज कोलारस के 6 से 12 के एकल विद्यालय के निरीक्षण में 12 शिक्षक अनुपस्थित मिले थे।
कोलारस के बालक जन शिक्षा केंद्र के सीएसी गौरव त्रिपाठी ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन देकर निरीक्षण के दौरान उनके साथ हुई अभद्रता की शिकायत दर्ज कराई है। गौरव त्रिपाठी का कहना है कि डीईओ के आदेश के पालन में वे गुरुवार को 10:32 बजे कक्षा 6 से 12 तक संचालित मॉडल स्कूल कोलारस का निरीक्षण करने पहुंचे तो यहां विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य वंदना शिवहरे व शिक्षक रविन्द्र सिंह कुशवाह उपस्थित मिले।
आदेश अनुसार उनके साथ फोटो खींचकर उन्होंने इसे वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित कर दिया, जबकि स्कूल पर शिक्षिका चंद्रकांता गोयल अवकाश पर थीं, वहीं शिक्षक राजेंद्र सिंह कुशवाह, पुरुषोत्तम मेहता, केशव सिंह प्रजापति व प्रियंका भदोरिया बिना सूचना के गैर हाजिर पाई गई। इतना ही नहीं, विद्यालय में पदस्थ आठ अतिथि शिक्षकों में से कोई भी मौजूद नहीं मिला।
बकौल सीएसी त्रिपाठी इसके बाद वह 11:40 बजे अपने जन शिक्षा केंद्र पर लौट आए। इसी दौरान 11:06 बजे शिक्षक केशव प्रजापति, 11:12 बजे राजेंद्र कुशवाह व 11:20 बजे पुरुपीत्तम धाकड़ ने उन्हें फोन पर धमकाते हुए कहा कि तुम्हें हमारे निरीक्षण का अधिकार किसने दिया है।
सीएसी त्रिपाठी ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर एकीकृत विद्यालय होने के चलते उन्होंने कह निरीक्षण किया है, तो ये धमकी भरे लहजे में बात करने लगे। इस बीच बीईओ कार्यालय के एक लिपिक ने भी फोन कर CAC त्रिपाठी से निरीक्षण को लेकर अनर्गल वार्तालाप की। इस घटनाक्रम से व्यथित त्रिपाठी खुद की व परिवार को सुरक्षा की चिंता को लेकर डीईओ को आवेदन सौंपा है। अब देखना होगा कि निरीक्षण में गैर हाजिर मिले, इन शिक्षकों की सीएसी को फोन पर दो गई धमकी को लेकर जिला शिक्षा विभाग क्या कार्रवाई करता है।