शिवपुरी। विधानसभा 2023 के चुनाव के 17 नवंबर के मतदान के बाद देर रात हुई हुए दो वोटो के विवाद में पोहरी विधानसभा के चकरामपुर गांव में भाजपा पोलिंग वाले परिवार के चार लोगों की हत्या हो गई थी। इस गांव की दोनों पोलिंग में कांग्रेस को 90 प्रतिशत वोट मिले है। विवाद फर्जी मतदान को लेकर हुआ था। दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश भी थी,वही पिछोर के काररखेडा गांव की बात करें तो इस गांव की 2 पोलिंग पर कांग्रेस जीती है और एक पोलिंग पर भाजपा।
चकरामपुर में पोलिंग बूथ 279 और 280 आते हैं। पोलिंग 279 में कुल 878 मत बले जिसमें से 825 कांग्रेस प्रत्याशी कैलाश कुशवाह और 35 भाजपा के सुरेश राठखेड़ा को मिले। इसी तरह पोलिंग क्रमांक 280 पर डाले गए 774 मतों में से कांग्रेस को 675 और भाजपा को 77 मत मिले। उल्लेखनीय है कि पोहरी विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा की सरकार में राज्यमंत्री रहे सुरेश राठखेड़ा को 49481 मत से हराया है।
केपी के गृह ग्राम में भाजपा ने 30 साल में जीती एक पोलिंग
चुनाव के पहले दीपावली पर केपी सिंह के गृह ग्राम करारखेड़ा में भी बड़ा विवाद हुआ था। केपी सिंह के समर्थकों और प्रीतम लोभी के जनसंपर्क के काफिले के बीच विवाद हो गया था जिसके बाद केपी समर्थकों ने प्रीतम के काफिले की गाड़ियां फोड़ दी थी और पूरे काफिले को गांव से बाहर खदेड़ दिया था।
इस गांव में तीन पोलिंग हैं जिसमें एक पर कांग्रेस को 823 और भाजपा को 36 मत मिले। दूसरे पोलिंग पर कांग्रेस को 337 व भाजपा को 5 मत मिले वहीं एक पोलिंग पर भाजपा को 370 और कांग्रेस को 301 मत मिले। केपी सिंह के समर्थकों के अनुसार 30 साल में पहली बार भाजपा यहां से एक पोलिंग जीत पाई है। जिस पोलिंग को भाजपा ने जीता यह लोभी बाहुल्य है और विवाद के कारण उन्हें इसका लाभ मिला। हालांकि विधानसभा में 30 साल बाद भाजपा ने जीत हासिल की है।