SHIVPURI NEWS - परिच्छा में स्कूल से घर आने के बाद 9 बच्चों को शुरू हो गए उल्टी और दस्त, अस्पताल में भर्ती

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग में आने वाले गांव परिच्छा के माध्यमिक स्कूल में पढने वाले बच्चो को स्कूल से घर आने के बाद तबीयत खराब होने लगी,बच्चो को लगातार उल्टी दस्त होने लगे। बताया जा रहा है कि परिजन अपने-अपने साधनों से जिला अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे और अस्पताल में भर्ती कराया। सभी बच्चो को उल्टी दस्त की शिकायत हुई है बीमार बच्चो की संख्या 9 बताई जा रही है।

जब एक ही स्कूल में पढ़ने वाले एक ही समय मे बीमार होना शुरू हुए और गांव में यह बता फैली तो अनुमान लगाया गया कि आज बच्चों को स्कूल में मिलने वाला भोजन दूषित मिला है इससे ही उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत हो रही है लेकिन अस्पताल में भर्ती बच्चों ने बताया कि उन्होने स्कूल की रेस्ट होने पर स्कूल के पास लगे पेड़ से बेर जैसा कुछ खाया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि बच्चों ने रतनजोत के फल खाए इसलिए ऐसा हुआ है।


शिवपुरी। माध्यमिक विद्यालय परिच्छा में अध्ययनरत कई बच्चों ने शनिवार की दोपहर स्कूल के पास लगे रतन जीत के बीच खा लिए। बच्चों की हालत बिगड़ने पर उनके स्वजन उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे हैं। फिलहाल बच्चों की हालत स्थिर बनी हुई है, लेकिन उन्हें उल्टियां लगातार हो रही हैं।

जानकारी के अनुसार परिच्यठा गांव के सरकारी स्कूल में छात्र रोजाना की तरह शनिवार को भी स्कूल में पड़ने के लिए गए थे। इसी दौरान मध्याह्न भोजन करने के बाद बच्चे खेलते-खेलते स्कूल परिसर के बाहर चले गए। वहां उन्होंने झाड़ी में लगे रतन जोत के बीज खा लिए। लंच खत्म होने के उपरांत वह वापस स्कूल आए और पढ़ाई की।

स्कूल की छुट्टी के बाद जब बच्चे घर पहुंचे तो देर शाम एक-एक कर गांव के लगभग सभी बच्चों की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई। किसी बच्चे के पेट में दर्द शुरू हो गया तो किसी ने उल्टियां करना शुरू कर दी। कई बच्चों को दस्त होने लगे। इसके बाद बीमार बच्चों के परिजन अपने अपने स्तर से शिवपुरी जिला अस्पताल लेकर लाए

फिलहाल जिला अस्पताल पहुंचने वाले बच्चों में कक्षा पांच के छात्र गौरव पुत्र रामदास जाटव,रुचि पुत्र विमल जाटव, कक्षा तीन का छात्र गणेश पुत्र विमल जाटव, कक्षा आठ की छात्रा सोनम पुत्री विमल जाटव, कक्षा चार की छात्रा शिवानी पुत्री शिवली जाटव, कक्षा एक के छात्र दामो पुत्र विमल जाटव, आर्पित पुत्र रामदास जाटव, रागिनी पुत्री राजपूत जाटव व कक्षा तीन को छात्रा चांदनी पुत्री राजपूत जाटव शामिल हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कई अन्य बच्चों की तबीयत खराब है और उन बच्चों को भी उनके स्वजन उपचार के लिए लेकर आए हैं। फिलहाल और बच्चे अस्पताल नहीं आए कोई परिच्छा में ही इलाज करा है और अन्य किसी स्थान पर,फिलहाल अस्पताल में भर्ती अस्पताल में बच्चों की स्थिति स्थिर है।

शिवानी ने बताया कि बेर जैसा कुछ खाया था
इस मामले में बीमार बच्चों से मीडिया से बातचीत की तो शिवानी ने बताया कि हम रेस्ट होने पर खाना खाने के बाद स्कूल से बहार सडकी की ओर चले गए थे। उसके बाद सड़क किनारे लगे पेडो से बेर जैसा तोडकर कुछ खाया था,बताया जा रहा है कि स्कूल के सड़क किनारे झाड़ी नुमा पेड़ रतनजोत के लगे है बच्चों ने बेर समझ कर रतनजोत के फल खाए है।