SHIVPURI NEWS - नगर पालिका में कंप्यूटर आपरेटर नही होने के कारण 430 नामांतरण के प्रकरण लटके

Bhopal Samachar
शिवपुरी। नगर पालिका की नामांतरण शाखा में कम्प्यूटर आपरेटर नही होने के कारण शिवपुरी शहर के चार सैकड़ा से अधिक लोगो के नामांतरण के मामले अटके पडे है। शिवपुरी की जमीला बानो के पति की मौत के बाद उसके मकान का फौती नामांतरण उसके पक्ष में होना है। वो पिछले छह माह से परेशान हो रही है, लेकिन अभी तक उसका फौती नामांतरण नहीं हो पाया।

वहीं विद्या धानुक का भी नामांतरण हो चुका है, यह बताया जा रहा है, लेकिन उसे अभी तक नामांतरण के दस्तावेज नहीं मिल पाए। ऐसे एक-दो नहीं बल्कि 430 नामांतरण प्रकरण हैं, जो लोगों को बंटे नहीं हैं। इस दौरान नगरपालिका में नामांतरण शाखा देखने वाले गजेंद्र जैन के सिर में तकलीफ हो जाने की वजह से वो डेढ़ माह से अवकाश पर थे, लेकिन अब जबकि वो स्वस्थ होकर वापस आ गए तो उनके ऑफिस में ऑनलाइन नामांतरण दर्ज नहीं कर पा रहे, क्योंकि उनके पास कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं है।



रजिस्ट्री के बाद भी नहीं मिल पा रहा लोन

किसी भी प्लॉट या मकान की रजिस्ट्री होने के बाद उसका नामांतरण होने के बाद ही वो व्यक्ति उसे किसी दूसरे को बेच सकता है। क्योंकि पहले तो उस प्रॉपर्टी को ऑन रिकार्ड अपना दर्शाना पड़ेगा, उसके बाद ही वो किसी दूसरे को दे सकता है। वहीं कुछ लोगों ने प्लॉट की रजिस्ट्री तो करा ली, लेकिन नामांतरण न होने की वजह से लोग लोन के लिए एप्लाई नहीं कर पा रहे।

यह कहा समिति के अध्यक्ष ने
जब मैं समिति अध्यक्ष बना तो बहुत सारे पेंडिंग नामांतरण के मामले निपटाए थे। इस बीच में शाखा देखने वाले कर्मचारी की तबियत बिगड़ जाने की वजह से कुछ पेंडिंग हो गए होंगे। मेरी जानकारी में नहीं है कि कितने नामांतरण केस अभी पेंडिंग हैं।
गौरव सिंघल, पार्षद व अध्यक्ष नामांतरण समिति नपा शिवपुरी

ऑनलाइन की प्रक्रिया रुक रही है
नामांतरण की फाइलें तो सभी की हो गई हैं तथा उन पर हस्ताक्षर भी हो गए। अब तो बस उन्हें ऑनलाइन दर्ज करके वितरण करना है। मैं ऑफिस तो आ गया, लेकिन मेरे पास कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं है, इसलिए मैं अपना काम शुरू ही नहीं कर पा रहा।
गजेंद्र जैन, नामांतरण शाखा प्रभारी नपा शिवपुरी

विधानसभा चुनाव से पहले निबटा दिए
नगर पालिका में जो नामांतरण के पेंडिंग मामले थे, उन्हें मैने तो विधानसभा चुनाव से पहले ही निपटा दिया था। मैंने लगभग 450 नामांतरण की फाईलों पर हस्ताक्षर कर दिए थे। अब वो नामांतरण कहां पर और क्यों अटके हुए हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
डॉ. केएस सगर, सीएमओ नपा शिवपुरी