अतुल जैन @ खनियाधाना। नगर के एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की मनमर्जी के चलते नगर के लोगों एवं खनियाधाना ब्लाक की लगभग 100 पंचायतों के हजारों मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नगर में केवल एक मात्र सरकारी हास्पिटल है जिसमे एमबीबीएस चिकित्सक शासन द्वारा लोगों को सही इलाज देने के लिए नियुक्त किए गए हैं। लेकिन, डॉक्टरों की ऐसी मनमानी है कि वे कभी समय पर अस्पताल पहुंचते ही नहीं हैं।
बीते रोज मीडिया ने मौके पर जाकर देखा तो सुबह 10 बजे डॉक्टर की खाली कुर्सी मरीजों का मुंह चिढ़ा रही थी। कुर्सी खाली थी और डॉक्टर के इंतजार में अस्पताल परिसर में मरीजो की भीड थी। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों के रहने के लिए अस्पताल परिसर में ही क्र्वाटर बने है फिर भी डॉक्टर अपने ड्यूटी समय में अस्पताल नहीं पहुंच पाते। जबकि बीमार मरीज कई किलोमीटर चल कर अस्पताल पहुंचे जाते है।
मरीज ने बताया कि अस्पताल में अगर डॉक्टर मिल जाते है तो दवा अस्पताल में मौजूद नहीं होती है। बाजार से दवाए खरीदकर लानी पडती है,वही अस्पताल में एक्सरे नहीं किए जा रहे है जिससे बाजार में एक्सरे मरीजों को कराने पड़ते है सरकार जनता को सुविधा दे रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही की कारण जनता को सुविधा नहीं मिल रही है।
खनियाधाना स्वास्थ्य केन्द्र मे दिन मे ही डॉक्टर गायब रहते है रात की बात तो छोड़ ही दे यदि रात में इमरजेंसी की स्थिति बने तो 100 किमी दूर शिवपुरी या झांसी जाना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को देक्खो निवासो रख्या प्रजापति की शिवपुरी लाते वक्त मौत हो गई थी। उसके बेटे ने खनियाधाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों पर ठीक से उपचार नहीं करने के आरोप लगाए थे।
इनका कहना है
मेरी आज सुबह इयूटी नही थी। परिहार जी को ड्यूटी थी और वह समय पर क्यों नहीं आए यह कही बता सकते है। एक्सरे मशीन में फिल्म की कमी है जिसके कारण वह बंद पड़ी हुई है।
नारायण सिंह कुशवाह,बीएमओ
मैं इस समस्या को दिखवाता हूं । यदि डाक्टर सही टाइम पर नहीं आ रहे है तो जांच करवाता है।
डा.पवन जैन,सीएमएचओ