माधव नेशनल पार्क से 2 टाइगर गायब - SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar

शिवपुरी। माधव नेशनल पार्क शिवपुरी में 2 टाइगर रडार से बाहर हो गए है। एक नर टाइगर और एम मादा टाइगर की कॉलर आईडी पिछले 45 दिन से खराब है। इस कारण टाइगरो की सटीक लोकेशन पार्क प्रबंधन को नही मिल रही है। अब खराब कॉलर आईडी को बदलने के लिए पार्क प्रबंधन एक्सरसाइज कर रहा है। बताया जा रहा है कि टाइगरो की तलाश के लिए कूनो से हाथी मंगवाए गए है वही ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है, लेकिन फिलहाल सफलता नहीं मिल रही है।


पार्क प्रबंधन ने 8 महीने पहले तीनों टाइगर को गले में कॉलर आईडी पहनाई थी। करीब डेढ़ महीने पहले नर टाइगर और एक मादा टाइगर की कॉलर आईडी ने काम करना बंद कर दिया। पार्क प्रबंधन ने टाइगर की सर्चिंग के लिए कूनो से हाथी बुलवाए। इसके साथ ही ड्रोन कैमरे से भी लगातार सर्चिग की जा रही है लेकिन करीब डेढ़ महीने बाद भी दोनों टाइगरों की आईडी नहीं बदली जा सकी है। पार्क प्रबंधन का कहना है कि पार्क में लगाए गए कैमरों में टाइगर कैद हो रहे हैं लेकिन वे लगातार अपनी जगह बदल रहे हैं।


बांधवगढ़ व सतपुड़ा से लाए गए थे टाइगर
माधव नेशनल पार्क में 26 साल बाद मार्च माह में टाइगर को बसाया गया था। 10 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बांधवगढ़ से लाई एक मादा टाइगर व सतपुड़ा से लाए गए एक नर टाइगर को बाड़े में छोड़ा था। इसके 3 दिन बाद 13 मार्च की रात पन्ना से लाई गई एक मादा टाइगर को भी बाड़े में छोड़ा गया था। बाद में तीनों टाइगर को खुले जंगल में छोड़ दिया गया था।


375 वर्ग किलोमीटर में फैला है माधव नेशनल पार्क
पार्क प्रबंधन के मुताबिक समय-समय पर टाइगरों के पद चिह्न मिल रहे हैं और पार्क में लगे कैमरों में अलग-अलग जगह पर टाइगर दिख रहे हैं जिससे टाइगर के लगातार भ्रमण का अंदाजा लगाया जा रहा है। हालांकि दोनों टाइगर विचरण कर रहे हैं, ऐसे में स्टाफ के लिए उनको तलाश करना मुश्किल हो रहा है। अब पूरा अमला नेशनल पार्क के 375 वर्ग किलोमीटर में फैले जंगल की की खाक छानने में जुटा हुआ है।

इधर दुनिया के टाइगर वाले नक्शे पर शिवपुरी को अंकित करने का प्रयास
अब पार्क में टूरिज्म कैसे बढे इसके लिए पार्क अब अगले प्लान पर काम कर रहा है। इस प्लान की सबसे अहम कड़ी है दुनिया के टाइगर नक्शे पर शिवपुरी का नाम जोड़ा जाए। जिससे देश विदेशो को यह ज्ञात हो सके की शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में टाइगर है।

टाइगर जोन भी घोषित हुआ
टाइगरो ने माधव नेशनल पार्क में अपनी टेरिटरी का चुनाव कर लिया है। नेशनल पार्क में टाइगरों ने 3 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अपनी टेरिटरी बनाई है, जिसमें उनका अधिकांश समय गुजारता है। उसी एरिया की गुफाओं में टाइगरों ने अपना ठिकाना बनाया है। इस क्षेत्र को अब टाइगर जोन घोषित कर दिया है। रडार से गायब हुए टाइगर के बीच नए साल में पार्क में सैलानी अपनी आंखों से टाइगर देख सकेंगे,लेकिन जब यह मुमकिन है जब टाइगर लॉकेट हो जाए और उन्हें कॉलर आईडी पहना सके।