SHIVPURI NEWS - दो वोटों के कारण तीन लोगों की हत्या वाले गांव में लोगों ने किया अपने आप को घर में कैद

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले में शांतिपूर्ण मतदान के बाद पोहरी विधानसभा के गांव चक रामपुर में आए तूफान के कारण के गांव में अभी भी सन्नाटा पसरा है लोगों ने अपने आप को घरो में कैद कर लिया है। फर्जी मतदान को लेकर हुई मामूली झडप के बाद गांव में हुए ट्रिपल मर्डर काण्ड के बाद गांव अभी भी दहशत में है। इस मर्डर काण्ड में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है अभी तक इस कांड में 16 गिरफ्तारियां हो चुकी है।

नरवर तहसील स्थित चकरामपुर गांव में भदौरिया परिवार की महिला सहित तीन लोगों की हत्या के चलते रविवार को हालत गंभीर थे। गांव में दहशत अभी भी कायम है। हालांकि पुलिस अपनी मौजूदगी से तनाव के कम करने का प्रयास कर रही है। घटना में राजेंद्र के अलावा उनके पिता मुन्ना, छोटा भाई योगेंद्र उर्फ भोला और ममेरा भाई सौरभ सेंगर गंभीर चोटिल हो गए थे। जिनका इलाज ग्वालियर में चल रहा है।

वहीं बताया जा रहा है कि राजेंद्र के पिता मुन्ना भदौरिया की हालत सोमवार को भी बेहद गंभीर रही। वह ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम पर हैं। ऐसे में डॉक्टर ने उन्हें हायर स्टेशन पर भी रेफर करने की बात कही है, लेकिन परिवार के सदस्य सभी चोटिल है, इस वजह से डॉक्टर उनका उपचार ग्वालियर में ही कर रहे हैं।

इस मामले में एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि दो अन्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। सोमवार को पुलिस ने उनके रिश्तेदारों के यहां से लक्ष्मण कुशवाहा और गोपाल कुशवाहा को गिरफ्तार किया। एडीएम विवेक रघुवंशी ने बताया कि इस मामले में कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने हादसे में तीनों मृतक के परिजन को 50-50 हजार और ग्वालियर में उपचार ले रहे घायलों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता रेडक्रॉस से स्वीकृत कर दी है


पूरे गांव मे एक ही घर ठाकुरो का
नरवर थाना सीमा में आने वाला चकरामपुर गांव में 250 से ज्यादा घरों वाला  कुशवाह बाहुल्य है। इनकी संख्या दो हजार के करीब है। 2200-2500 आबादी वाले गांव में 1800 वोटर हैं। यहां अजा वर्ग के लोगों की संख्या 200 के करीब है। जबकि गांव में भदौरिया परिवार का एक ही घर है। इस परिवार में 10 सदस्य थे, जिनमें से तीन की हत्या कर दी गई। चार लोग हमले में घायल हुए हैं, जिनका ग्वालियर में इलाज चल रहा है।


यह बताया पुलिस ने इस काण्ड में घायल हुए योगेंद्र ने
पुलिस ने घायल योगेंद्र भदौरिया के नरवर अस्पताल में इलाज के दौरान लिए बयानों के आधार पर केस दर्ज किया है। योगेंद्र ने बताया - डेढ़ माह पहले वीर सिंह कुशवाह और अखिलेश कुशवाह से डीजे बजाने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों तरफ से एफआईआर कराई गई थी, तभी से रंजिश चल रही है।

शुक्रवार रात करीब नौ बजे मैं, चाचा लक्ष्मण, मामा के लड़के सौरभ, अमर और भाई राजेंद्र के साथ बोलेरो गाड़ी से रिश्तेदार को देखकर ग्वालियर से लौट रहे थे। जब हम वीरसिंह के घर के सामने पहुंचे, तभी अखिलेश, वीरसिंह, रणवीर, परमाल, विष्णु, रामसिंह, गोपाल, रायसिंह, मेहरबान, शिवकुमार, मुकेश और 20-25 लोग आए। हमारी बोलेरो घेर ली। वीरसिंह ने गाड़ी में पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

मैं गाड़ी का गेट खोलकर भागा, तभी अखिलेश व रणवीर ने कट्‌टे से फायर किए। मैं बाल-बाल बच गया। फिर मुकेश ने सिर में कुल्हाड़ी मार दी। हमलावरों ने चाचा और मामा के लड़के एवं भाई की मारपीट कर दी। बचाने आई मां आशादेवी व पिता मुन्नासिंह पर भी आरोपियों ने लाठी, लुहांगी, कुल्हाड़ी व सरियों से हमला किया और पीटा। हमले में हाथ, सिर व शरीर में गंभीर चोट आईं। पुलिस ने घायलों को नरवर अस्पताल पहुंचाया, जहां से ग्वालियर रेफर कर दिया।

वहीं, घायल राजेंद्र भदौरिया ने बताया दो वोटों को लेकर विवाद हो गया था। वो कांग्रेस प्रत्याशी कैलाश के पक्ष में फर्जी वोट डालने आए थे। उन्हें टोका था।


चार टीमें बनाई, 16 आरोपी गिरफ्तार
नरवर, करैरा, अमोला और सीहोर थाने की चार टीमें ‎गठित की गईं। अब तक 16 ‎आरोपी रामसिंह पुत्र ज्वाला प्रसाद कुशवाह, ‎देशराज पुत्र धनीराम कुशवाह, खुमान सिंह पुत्र‎ मुंशी कुशवाह, मेहरवान सिंह पुत्र बारेलाल‎ कुशवाह, विष्णु पुत्र प्रागीलाल कुशवाह, गोपाल ‎सिंह पुत्र भजन सिंह कुशवाह, सोनू पुत्र प्रेम सिंह‎ कुशवाह, गोलू उर्फ शिवकुमार पुत्र किलोल सिंह ‎कुशवाह, दामोदर पुत्र श्यामलाल कुशवाह, वीर‎सिंह पुत्र पुन्नालाल कुशवाह, अखिलेश पुत्र वीर‎‎‎‎‎‎‎‎‎सिंह कुशवाह, परमाल पुत्र भागीरथ कुशवाह, ‎मुकेश पुत्र मुंशीराम कुशवाह, राय सिंह पुत्र भगवान‎ सिंह कुशवाह, रणवीर सिंह और गोपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में ‎इस्तेमाल किए गए 315 बोर का कट्टा, खाली खोखा, कुल्हाड़ी, ‎सरिया, लुहांगी, लाठी भी जब्त कर लिया है।