SHIVPURI NEWS - कांग्रेस लापता विकास मॉडल वाली सरकार थी कुछ नहीं किया,कोलारस में बोले सिंधिया

Bhopal Samachar
शिवपुरी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज अपने चुनावी दौरे में मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा पहुंचे और भाजपा प्रत्याशी श्री महेंद्र रामसिंह यादव के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित किया । बता दें की पिछले 12 दिनों में सिंधिया ने पुरे मध्य प्रदेश में 60 से भी अधिक जनसभाएं की है, ग्वालियर से लेकर मैहर और उज्जैन एवं भोपाल तक उनकी सभाओं में लाखों की संख्या में लोगों ने भाग लेकर उनको तथा भाजपा को अपना समर्थन दिया है।

मुझे गर्व है की मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूँ

अपने भाषण के शुरुआत में उन्होंने भाजपा के बारे में बात करते हुए कहा कि, मुझे गर्व है की मैं उस भाजपा का कार्यकर्ता हूँ, जिसकी नींव मेरी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने रखी थी, जिसका मार्गदर्शन अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी, जिस भाजपा के रोम - रोम में माँ भारती बस्ती है, जिस भाजपा पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में न सिर्फ चाँद पर भारत का झंडा फहराया बल्कि पाकिस्तान द्वारा किये गए आतंकी हमले का जवाब भी दिया। मुझे गर्व है मैं उस भाजपा का हिस्सा हूँ जिसने 370 अनुच्छेद रद्द कर के कश्मीर में विकास का एक नया दौर शुरू किया और जिसे भाजपा ने हर भारतीय का सपना, राम मंदिर की स्थापना को सत्य किया।

कांग्रेस पर किया वार बोला, लापता विकास मॉडल वाली सरकार ने कुछ नहीं किया

कांग्रेस पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा की 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी तो उस सरकार ने विकास का एक 'लापता' मॉडल शुरू किया जिसमे घर, बिजली, पानी, अनाज - हर सुविधा लापता थी। और आज जब चुनाव का समय आया है तो यह लोग विदेशी पक्षी की तरह ठंड में अपना बसेरा करने यहाँ आ गए है। इन लोगों ने जनता के लिए न कभी काम किया है न कभी करेंगे। इनक मकसद हमेशा कुर्सी रही है, पर भाजपा का लक्ष्य रहा है 'जनता का विकास' .

सिंधिया परिवार ने शिवपुरी के विकास को हमेशा अपनी प्राथमिकता माना है

क्षेत्र में सिंधिया परिवार द्वारा किये गये विकास कार्यों की गिनती करते हुए मंत्री सिंधिया ने कहा की, आधुनिक शिवपुरी का निर्माण मेरे पूर्वज महाराजा माधवराव सिंधिया प्रथम ने ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में करवाया था। शिवपुरी, कोलारस, पिछोर और करेरा क्षेत्रों में जल कार्य पर 1.5 लाख रुपये खर्च किये गये थे। सिंधिया सरकार द्वारा शिवपुरी के लिए स्वीकृत जल निकासी की लागत लगभग रु. 3,71,830 थी।