शिवपुरी। 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव को जाने के बाद अब कांग्रेस की निगाहें 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना पर है। ऐसे में मतगणना के दौरान प्रत्याशी को क्या नज़र रखनी है और कैसे अपने एजेंटों के साथ काम करना है इसे लेकर भोपाल में वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के पांचों विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रत्याशी और इलेक्शन एजेंट ने भागीदारी की।
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर आयोजित हुई इस बैठक में संगठन नेताओं ने भोपाल में टिप्स देते हुए कहा कि पोस्टल वैलेट की गिनती बेहद अहम है। इसलिए एक- एक डाक मत पत्र पर निगरानी रखना अनिवार्य है, यह बात इसलिए भी कही गई है क्योंकि इस बार सत्ता विरोध लहर होने के चलते कांग्रेस को उम्मीद है कि कर्मचारियों ने कांग्रेस का साथ दिया होगा। इस वजह से पोस्टल वैलेट पर कांग्रेस संगठन की नजर है।
और उसने 80 प्लस मतदाताओं के साथ दिव्यांग वोटर और कर्मचारियों के पोस्टल बैलेट पर पूरी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। बताया तो यह भी जाता है कि मतगणना की प्रक्रिया के लिए कंप्यूटर में दक्ष लोगों को कांग्रेस ने एजेंट बनाने की तैयारी की है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर वह इसका विरोध दर्ज कर
सके।
हर राउंड के बाद ईवीएम का नंबर मिलान करेंगे और सर्टिफिकेट भी लेंगे मतगणना के लिए 14 राउंड की तैयारी की है। जिसके तहत हर राउंड पर कांग्रेस रणनीतिकारों ने प्रत्याशियों को नसीहत दी है कि वह ईवीएम मशीन का नंबर ले और उसका मिलान भी कर लें।
शिवपुरी जिले से इन्होंने की ट्रेनिंग में भागीदारी
शिवपुरी विधानसभा से उम्मीदवार केपी सिंह और कोलारस विधानसभा से उम्मीदवार बैजनाथ यादव बतौर प्रत्याशी शामिल नहीं हुए। उनके एजेंट क्रमशः जिनेश जैन और रामवीर सिंह यादव ने ट्रेनिंग में भागीदारी की। जबकि करेरा से प्रत्याशी प्रागीलाल जाटव, पोहरी से प्रत्याशी कैलाश कुशवाहा और पिछोर से प्रत्याशी अरविंद लोधी ने इस प्रशिक्षण में भागीदारी की।