शिवपुरी। किशोरियों एवं किशोर में एनीमिया से बचाव के लिए आज सीएम राइस पोहरी में मेगा स्वास्थ्य जांच शिविर सह एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा ब्रिटानिया न्यूट्रिशन फाउंडेशन, स्वास्थ्य विभाग पोहरी एवं शिक्षा विभाग के साथ संयुक्त रूप से किया गया।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति के अनुसार शिविर में मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉक्टर पवन जैन ने मेगा स्वास्थ्य जांच शिविर का निरीक्षण किया एवं आरबीएसके पोहरी की टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए उन्होंने स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कहा की विभिन्न स्कूलों में दवा पहुंचाई गई है। इसे खिलाने में शिक्षकों का योगदान अहम है।
आयरन की गोली इसलिए जरूरी है कि बच्चों का शरीर तंदुरुस्त हो। साथ ही उनका शारीरिक विकास भी सही से हो सीएम राइस स्कूल में कृमि नाशक दवा एवं आयरन से भरपूर दवा का शत प्रतिशत उपयोग करने के अनुरोध किया इससे की हर बच्चा एनीमिया मुक्त हो अच्छा जागरूक बने।
बीएमओ डॉक्टर शिव प्रताप अग्रवाल ने बच्चों को हीमोग्लोबिन किशोरी में कम से कम 12 प्रतिशत होना चाहिए एवं एनीमिया के लक्षण एवं बचाव पर जोर दिया प्रोग्राम में स्कूल के प्रिंसिपल अचल सिंह कुशवाह ने कहा की एनीमिया मुक्त कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एनीमिया के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है सभी आयु वर्ग के बच्चों के बीच आयरन की गोली खिलाने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिससे हमारे बच्चे एनीमिया मुक्त हो साथ ही सभी अपने ब्लड ग्रुप को जांच अवश्य कराएं ये बहुत जरूरी है ।
प्रोग्राम में शक्ती शाली महिला संगठन की सामाजिक कार्यकर्ता ने एनीमिया से बचाब के लिए बच्चो से प्रकृति द्वारा प्रदत्त फल एवम सब्जियों के नियमित उपयोग पर जोर दिया एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो आज कैंप लगाया गया है उसमे सबसे महिला डॉक्टर से जांच अवश्य कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि आयरन की दवा खिलाने का यह कार्यक्रम किशोर उम्र के बच्चों के लिए तय की गई है। जिसमें सभी शिक्षकों का योगदान अहम होगा।
बच्चों को कृमि नाशक अल्बेंडाजोल की दवा भी हर छह माह में जरूर सेवन कराएं। शक्ति शाली महिला संगठन के संयोजक रवि गोयल ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि 6 से 10 वर्ष तक के आयु वर्ग यानी प्रथम से पंचम वर्ग तक के बच्चों को गुलाबी गोली तथा अष्टम वर्ग से उपर के बच्चों यानी की किशोरी बालिकाओं को नीली गोली दी जाएगी इसका उपयोग करके बालिकाओं को अनीमिया से बचा सकते है एवम जो बच्चे बच्चियां स्कूल नहीं जाती हैं, उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र पर दिया जाएगा। ये गोली प्रत्येक मंगलवार को दिया जाती है ।
उन्होंने कहा कि विद्यालय में सबसे पहले नोडल शिक्षक खुद उक्त गोली का इस्तेमाल करके देखेंगे। उसके बाद बच्चों को गोली देने का काम करना है। अंत में एनीमिया बीमारी के लक्षण एवं इससे बचाव को लेकर टिप्स बताए गए। इस मौके पर मेगा स्वास्थ्य जांच शिविर में आरबीएसके को टीम द्वारा आंखो की, हिमोग्लोबिन, मलेरिया, सीबीसी, बालिकाओं की जांच डॉक्टर थानेदार सिंह आरबीएस के चिकित्सक डॉक्टर मनोज पिप्पल आरबीएस के चिकित्सक डॉ सुधा पटेल आरबीएस के चिकित्सक आमिर खान बी ई ई,सुमन सोलंकी एमटीएस मनोज कुशवाह ,द्वारा की गई।
इस अवसर पर स्कूल की पांच सैकड़ा छात्र छात्राओं के साथ डॉक्टर पवन जैन, बीएमओ डॉक्टर शिव प्रताप अग्रवाल, ए एस कुशवाह, रवि गोयल के साथ साथ शक्तिशाली महिला संगठन की पूरी टीम , सीएम राइस स्कूल के समस्त स्टाफ के साथ साथ आरबीएसके पोहरी का पूरा स्टाफ मौजूद था।