शिवपुरी। 17 नवंबर को मतदान के बाद सभी पार्टियों ने अपना अपना गणित लगाना शुरू कर दिया है,कांग्रेस पार्टी ने मतदान के बाद अपने स्तर पर जो सर्वे कराया है उसमें वह 2 सीटो को जीतना तय मान रही है वही दो सीटों पर वह बढत बता रही है। वही कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय सिंह चौहान का कहना है कि हम जिले की पांच सीटों पर जीत दर्ज कराऐगें।
पहले पढ़िए कांग्रेस का सर्वे
शिवपुरी जिले की पोहरी एवं करैरा विधानसभा सीट पर जीत मिल रही है। इसके अलावा कोलारस एवं शिवपुरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अपनी बढ़त बनाते हुए पिछोर सीट को गंवाना बताया है। यह सर्वे पार्टी स्तर पर कराया गया, जिसमें कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा करते हुए भाजपा द्वारा जीतने वाली सीटें भी बताई हैं।
इस सर्वे में जो स्थिति शिवपुरी जिले की पांचों विधानसभा सीटों की बताई जा रही है, परिणाम के बाद उसमें भी उलटफेर हो सकता है। क्योंकि ईवीएम में बटन मतदाता ने दबाया है और यह जरूरी नहीं है कि कांग्रेस ने जिन्हें सर्वे का काम दिया, उनसे वोटर ने अपने दिल की बात बता दी हो।
शिवपुरी विधानसभा
शिवपुरी विधानसभा में 148 पोलिंग यदि शहर में हैं तो 150 पोलिंग ग्रामीण क्षेत्र में है। इस सीट पर प्रत्याशियों ने शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के भी लगातार दौरे किए। शहरी क्षेत्र में वोटिंग प्रतिशत, ग्रामीण की तुलना में मतदान कम रहा है। यह विधानसभा लंबे समय से भाजपा का गढ़ रही है, जिसके चलते प्रत्याशी का चेहरा अधिक मायने नहीं रखता। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को लगातार छह बार की जीत का अनुभव है, इसलिए मैच फंसा है।
करैरा विधानसभा
इस विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी को इसलिए आगे बताया जा रहा था, क्योंकि जाटव बाहुल्य इस सीट पर समाज का कोई दूसरा प्रत्याशी खड़ा नहीं हुआ। साथ ही भाजपा के असंतुष्टों ने भी पंजे को थामे रखा। वहीं क्षेत्र में चर्चा सरगर्म है कि हरिजन एक्ट के मामलों से कुपित होकर अन्य समाज एकजुट हो गए, तथा लाड़ली भी चल निकलीं। ऐसे में जीत का दावा जल्दबाजी होगा।
पोहरी विधानसभा
धाकड़ बाहुल्य पोहरी विधानसभा में भाजपा व बसपा के प्रत्याशी धाकड़ समाज के होने की वजह से कांग्रेस की राह आसान लग रही थी, तथा मैच कांग्रेस वर्सेस बसपा के बीच माना जा रहा था। यहां सबसे अधिक वोटर आदिवासी हैं, जो मतदान से एक दिन पहले डायवर्ट किया जा सकता है। 15 व 16 नवंबर की रात आदिवासी बस्तियों में बंटौना भी बंटा , जिसके चलते तीसरे नंबर वाले की भी फाइट में आने की चर्चा है।
कोलारस विधानसभा
यादव बाहुल्य कोलारस विधानसभा में पहली बार भाजपा व कांग्रेस ने यादव समाज का प्रत्याशी मैदान में उतारा, जो आपस में रिश्तेदार भी हैं। ऐसे में समाज की पसंद कौन सा प्रत्याशी रहेगा, यह तो परिणाम वाले दिन ही पता चलेगा, लेकिन आदिवासी, धाकड़, कुशवाह, जाटव, ब्राह्मण सहित वैश्य समाज के वोटर्स भी हैं। प्रत्याशी क्षेत्र में घूमकर हवाओं का रुख पता कर रहे हैं।
पिछोर विधानसभा
लोधी बाहुल्य इस विधानसभा को कांग्रेस अपने सर्वे में गंवाना बता रही है, जबकि क्षेत्र के वोटर ने 17 नवंबर को क्या किया है, यह तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा। इस सीट से कांग्रेस के लगातार 6 बार से चुने गए विधायक ने जब सीट बदली, तभी भाजपा ने अपनी जीत का दावा कर दिया था। यहां से कांग्रेस ने प्रत्याशी बदलकर लोधी को मैदान में उतार दिया। ऐसे में चर्चा बाहरी व स्थानीय प्रत्याशी की भी चल रही है।
हमारा चल रहा है सर्वे
मतदान के बाद हमारी पार्टी का भी सर्वे चल रहा है। कांग्रेस का सर्वे तो झूठ का पुलिंदा है, तथा वो कभी सच नहीं निकलता। हम जिले की पांचों विधानसभा सीट जीत रहे हैं तथा प्रदेश में भाजपा की सरकार फिर से पूर्ण बहुमत से बनेगी।
राजू बाथम, भाजपा जिलाध्यक्ष
हम प्रदेश में सरकार बनाएंगे
पार्टी ने अपने स्तर पर सर्वे कराया है इसमें संगठन की राय नहीं ली है। हम पार्टी के वरिष्ठ स्तर पर कराए गए सर्वे को गलत नहीं ठहरा रहे है लेकिन हमारा दावा है कि हम जिले के पांचों सीटों पर जीत दर्ज कराएंगे,तथा हम प्रदेश में सरकार बनाऐगें।
विजय सिंह चौहान,जिला अध्यक्ष कांग्रेस शिवपुरी