शिवपुरी। शिवपुरी शहर में प्रदेश की सबसे बड़ी सवा 21 फिट की पद्मासन रूप में मुनिसुव्रतनाथ भगवान की प्रतिमा गाजे-बाजे के साथ विधि-विधान अनुसार नवग्रह मंदिर के समीप नव निर्मित सुब्रत नगर जैन मंदिर में आज (रविवार) शाम विराजित की गई। इस अवसर पर नगर में शिवपुरी की नवीन मुनिसुव्रतनाथ जिनायल में विराजमान होने वाले सवा इक्कीस फुट उत्तुंग आकर्षक कमल सहित श्री श्री 1008 श्री मुनिसुव्रतनाथ भगवान की प्रतिमा की नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
शहर के झांसी तिराहा से प्रारंभ हुई, इस शोभायात्रा का नगर में अनेक स्थानों पर पुष्पाहार, जल सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रमों की रूपरेखा के साथ स्वागत सत्कार कर प्रतिमा दर्शन करते धर्मलाभ प्राप्त किया गया। वोटा वाले परिवारजन विजय कुमार जैन, राजेश कुमार जैन, नमन कुमार जैन ने बताया कि धर्म के प्रति आस्था के रूप में भगवान मुनिसुव्रतनाथ भगवान की यह प्रतिमा राजस्थान प्रदेश के चित्तौड़गढ़ से जबकि विराजित स्थल के रूप में स्थापित किया गया, कमल कुचावन मकराना से आया संभवत: प्रदेश की यह पहली सवा 21 फिट की पद्मासन मुनिसुव्रतनाथ भगवान की प्रतिमा है।
इससे पहले एक अन्य प्रतिमा पद्मासन रूप में 13 फिट की भी विराजमान है। वोटा वाले परिवारजनों के द्वारा अपने पूज्य मुनिश्री मुनिसुव्रतनाथ जी महाराज के मंगल आशीर्वाद और प्रेरणा से प्रतिमा स्थापना का कार्यक्रम आयोजित किया गया और समस्त जैन समाज के द्वारा इस भव्य धार्मिक आयोजन में सपरिवार शामिल होकर भगवान श्री मुनिसुव्रतनाथ जी के दर्शन करते हुए सौभाग्य प्राप्त किया।