शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के जिला अस्पताल से मिल रही हैं जहां बीती सोमवार के दिन दोपहर में धान की फसल निकलवाने में अपनी मां की मदद करने वाली 13 वर्षीय किशोरी की बीते सोमवार को ही उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जा रहा हैं कि किशोरी का उपचार जिला अस्पताल में ही चल रहा था। हालत गंभीर होने के कारण किशोरी ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार सेसई गांव की रहने वाली 13 साल की रिषिका पुत्री सुघर सिंह जाटव सोमवार की दोपहर अपनी मां की धान निकालने मदद कर रही थी। इसी दौरान रिषिका का दुपट्टा पंखे में फस गया था।
जिससे उसके गले में फांसी लग गई और गला भी कट गया। वहीं दूसरी ओर पंखे की पंखड़ी से उसके सिर के पिछले हिससे में भी गहरी चोट भी आई थी। रिषिका को बेहद नाजुक हालात में उपचार के लिए शिवपुरी जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
जहां सोमवार की रात रिषिका ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बता दें कि परिजन रिषिका को ग्वालियर ले जाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन इससे पहले रिषिका ने दम तोड़ दिया। रिषिका की मौत के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया। इसके बाद परिजन शव को अपने घर ले गए।
जानकारी के अनुसार सेसई गांव की रहने वाली 13 साल की रिषिका पुत्री सुघर सिंह जाटव सोमवार की दोपहर अपनी मां की धान निकालने मदद कर रही थी। इसी दौरान रिषिका का दुपट्टा पंखे में फस गया था।
जिससे उसके गले में फांसी लग गई और गला भी कट गया। वहीं दूसरी ओर पंखे की पंखड़ी से उसके सिर के पिछले हिससे में भी गहरी चोट भी आई थी। रिषिका को बेहद नाजुक हालात में उपचार के लिए शिवपुरी जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
जहां सोमवार की रात रिषिका ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बता दें कि परिजन रिषिका को ग्वालियर ले जाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन इससे पहले रिषिका ने दम तोड़ दिया। रिषिका की मौत के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया। इसके बाद परिजन शव को अपने घर ले गए।