शिवपुरी। मानव जाति को समन्वय और सहयोग करने का संदेश देने वाले अग्र वंश के जनक महाराजा अग्रसेन का पहली बार जुलूस दिन में निकाला गया। इससे पहले शाम 7 बजे यह जुलूस हर साल शुरू होता था, और रात 12 बजे तक पूरा होता था। जिसकी वजह से महिलाएं और शहरवासी इस जुलूस को देखने से वंचित रह जाते थे। इसलिए जुलूस के समय में परिवर्तन कर नए सिरे से जुलूस निकाला गया।
खास बात यह रही की वृंदावन के कलाकारों को बुलाकर चलित झांकी निकाली गई, जिसमें भगवान राधा- कृष्ण के रास के साथ-साथ भगवान शिव की भक्ति के प्रदर्शन को दर्शाया गया। इसके साथ ही महाराजा अग्रसेन की झांकी निकाली गई बैंड -बाजे, दिव्या घोष के साथ जुलूस में चल रहे लोग महाराजा अग्रसेन की जय के साथ उनकी भक्ति करते हुए जुलूस में शामिल रहे। यह जुलूस नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ कार्यक्रम स्थल गांधी पार्क मैदान में पहुंचा, जहां महाराजा अग्रसेन की सामूहिक रूप से आरती उतारी गई। इसके बाद समाज के सामूहिक वात्सल्य भोज की शुरुआत हुई।
समापन स्थल पर महाआरती का आयोजन होने के साथ सामूहिक भोज के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ: अग्रसेन जयंती चल समारोह की शुरुआत भले ही मध्य देशीय अग्रवाल धर्मशाला से शुरू हुई हो, लेकिन माधव चौक सहित नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ यह जुलूस जब थीम रोड और गुरुद्वारा रोड पर पहुंचा तो यहां रहने वाले अग्रवाल समाज के लोगों द्वारा सामूहिक रूप से जुलूस का स्वागत सत्कार किया, और महाराजा अग्रसेन की आरती भी उतर गईl एक पालकी में महाराजा अग्रसेन और अग्रोदय धाम की झांकी को प्रदर्शित किया गया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का स्वरूप थर्माकोल से प्रदर्शित कर दर्शाया देश के करोड़ों भक्तों की आस्था के केंद्र अयोध्या में बनने जा रहे श्री राम मंदिर के अद्भुत नजारे का प्रदर्शन अग्रवाल समाज द्वारा निकाले गए चल समारोह के दौरान थर्माकोल का श्री राम मंदिर का प्रस्तुतीकरण समारोह का आकर्षण का केंद्र रहा। जिसमें ट्रॉली पर इस दृश्य को बनाया गया। जिसमें कारीगर ने थर्माकोल से स्वर्ण रूप देकर इसे मनोहरी बनाया। साथ ही तिरंगा लगाकर भगवान श्रीराम के मंदिर को देश की आन-बान और शान का प्रतीक बताया।