मोहन सिंह @ शिवपुरी। शिवपुरी एक जमाना था जब लडकी होने पर उसे मॉ की कोख में ही मार दिया जाता था। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे लोगो की सोच बदलती गई और आज लोगो ने समय के साथ इस कुप्रथा को खत्म कर दिया,आज लडकी होने पर लोग दुख:नहीं करते बल्कि खुशियां मनाते हैं।
ऐसा ही आज एक दृश्य जिला अस्पताल में देखने को मिला है यहा आज एक पिता के घर तीसरी बेटी ने जन्म लिया और पिता ने अपने तीसरी बेटी के जन्म लेने पर पिता उसे जिला अस्पताल से घर तक डीजे व कार से लेकर पहुचे हैं राकेश के परिवार वाले भी बहुत खुश है।
जानकारी के अनुसार कमलागंज के पास स्थित झीगरा शंकरपुर में रहने वाला राकेश परिहार उम्र 36 साल पत्नी विनीता परिहार ने अपनी तीसरी बेटी को जन्म दिया है राकेश पहले से ही रानू उम्र 6 साल ज्योति उम्र 3 साल दो बेटियों का पिता हैं
लेकिन जब तीसरी बार भी घर में बेटी ने जन्म लिया तो पिता खुशी होकर डीजे बाजे व कार के साथ उसे जिला अस्पताल से घर लेकर पहुचा और घर में तीसरी बेटी का जन्म होने पर भी खुशिया जाहिर की।
राकेश परिहार ने बताया कि वह तीन भाई हैं वह सबसे छोटे हैं दो बडे भाईयों के यहां पर भी एक एक बेटी हैं। लेकिन राकेश के घर में तीसरी बार भी बेटी ने जन्म लिया है और बेटी के जन्म पर उसके परिवार वाले बहुत खुश हैं। कहते हैं कि घर में बेटे भाग्य से जन्म लेते हैं लेकिन बेटी का जन्म घर में सौभाग्य से होता हैं।