में पिछोर विधानसभा हूं:कांग्रेस ने अभेद किले की चाबी सौंपी अरविंद लोधी को,क्या अब भेद पाएगा SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है। इससे पूर्व खनियाधाना राज परिवार के शैलेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया था किन्तु बुधवार की देर रात कांग्रेस की जारी लिस्ट ने फिर सबको चौका दिया है। कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार बदलते हुए अरविंद लोधी को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया,पिछले 6 बार से पिछोर विधानसभा कांग्रेस का अभेद किला था लेकिन इस बार इसका चौकीदार बदल दिया गया है। कांग्रेसी प्रत्याशी अरविंद लोधी की धर्म पत्नी अनीता लोधी  वर्तमान मे खनियाधाना जनपद अध्यक्ष है  

पिछोर विधानसभा की सीधे सीधे शब्दों में कहें तो इस इस विधानसभा में सभी जाति और लोधी समाज के वोटरों के बीच मुकाबला होना था,लेकिन इस बार प्रीतम लोधी और अरविंद लोधी के बीच मुकाबला होगा-लोधी समाज के वोटों का बंटवारा होगा। पिछोर विधायक केपी सिंह इस बार शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड रहे है माना जा रहा था कि भाजपा प्रत्याशी प्रीतम लोधी इस बार लोधी मतदाताओं की दम पर चुनाव जीत सकते है।

कांग्रेस ने चल दी चाल-फसी भाजपा
कांग्रेस ने अरविंद लोधी को अपना प्रत्याशी करके भाजपा के सामने अब बडी चुनौती रख दी। खनियाधाना क्षेत्र से लंबे समय से खनियाधाना निवासी प्रत्याशी की मांग दोनों दलों से कर रही थी,वही अरविंद लोधी पिछोर क्षेत्र के मूल निवासी है उनकी रिश्तेदारी पिछोर विधानसभा में है। अब पिछोर विधानसभा में स्थानीयता का मुद्दा हावी हो गया। कांग्रेस ने लोधी विरोधी होने का टैग भी अपने ऊपर से हटा लिया है। अब मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प होने के आसार है।


पिछोर विधानसभा कब अस्तित्व में आई
यह निर्वाचन क्षेत्र 1951 में तत्कालीन मध्य भारत राज्य के 79 विधानसभा क्षेत्रों में से एक विधानसभा क्षेत्र के रूप में अस्तित्व में आया था. मध्यप्रदेश के गठन के बाद भी यह पिछोर विधानसभा के रूप में ही जानी जाती है

पिछोर विधानसभा की आज तक के चुनावों की बात करे तो  
1957 में हिन्दू महासभा के लक्ष्मी नारायण गुप्ता जीते
1962 में कांग्रेस के अवधेश धाकड़ जीते
1967 में स्वतंत्र पार्टी के लक्ष्मी नारायण गुप्ता जीते
1972 में कांग्रेस के भानु प्रताप सिंह जीते
1977 में जनता पार्टी के कमल सिंह जीते
1980 में कांग्रेस के भैया साहब जीते
1985 में कांग्रेस के भैया साहब जीते
1990 में BJP के लक्ष्मी नारायण गुप्ता जीते
1993 में कांग्रेस के के पी सिंह उर्फ कक्काजू जीते
1998 में कांग्रेस के के पी सिंह उर्फ कक्काजू जीते
2003 में कांग्रेस के के पी सिंह उर्फ कक्काजू जीते
2008 में कांग्रेस के के पी सिंह उर्फ कक्काजू जीते
2013 में कांग्रेस के के पी सिंह उर्फ कक्काजू जीते
2018 में कांग्रेस के के पी सिंह उर्फ कक्काजू जीते

विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों की स्थिति
1957 से लेकर अभी तक 10 बार कांग्रेस,2 बार BJP,01 बार स्वतंत्र पार्टी और 01 बार हिन्दू महासभा को जीत हासिल हुई है

यह है पिछले चुनाव के नतीजे
शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा सीट कांग्रेस के अभेद किले के रूप में जानी जाती है। वर्तमान में इस विधानसभा से कांग्रेस विधायक केपी सिंह है. जिन्हें क्षेत्र की जनता 1993 से लगातार विधायक चुन रही है. 6 बार से लगातार पूर्व मंत्री केपी सिंह यहाँ जीत दर्ज कर रहे है. 2018 के चुनाव में केपी सिंह उर्फ कक्काजू को 91463 तो वही BJP उम्मीदवार प्रीतम लोधी को 88788 वोट हासिल हुए थे।  केपी सिंह ने 2675 वोट के मामूली अंतर से BJP के प्रीतम लोधी को चुनाव हराया था.

पिछोर विधानसभा का जातिगत समीकरण
जातिगत समीकरण की बात की जाए, तो लोधी 50 हजार, आदिवासी 40 हजार, यादव 32 हजार, जाटव 30 हजार, ब्राह्मण 18 हजार, बघेल 15 हजार, ठाकुर 8 हजार हजार, कुशवाह 8 हजार और केवट 7 हजार शामिल है।

यह मुद्दा है यहां गर्म
इस बार 2023 के चुनाव से पहले यहां विधायक केपी सिंह ने जनता के समर्थन से बड़ी मांग उठाई है. केपी सिंह ने 100 किलोमीटर से ज़्यादा जिला मुख्यालय शिवपुरी होने के चलते पिछोर और खनियाधाना को मिलाकर जिला बनाने की आवाज उठाई है. हालांकि सीएम शिवराज पिछोर को जिला बनाने की घोषणा कर चुके हैं जब पिछोर की जनता भाजपा के प्रत्याशी को जिताकर विधानसभा भेजेंगी।

पिछोर विधानसभा के मतदाता
पिछोर विधानसभा में कुल 2 लाख 57 हजार 019 मतदाता है। जिसमें पुरुष 1 लाख 36 हजार 706, महिला 1 लाख 20 हजार 308 और थर्ड जेंडर 5 हैं।