मेरा केपी यहीं खड़ा : वीरेंद्र रघुवंशी - महाराज साहब से गिरे, राजा साहब पर अटके - SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
एक बार फिर साबित हो गया है कि दिग्विजय सिंह से बैर लेकर कांग्रेस पार्टी में रहना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। कमलनाथ द्वारा आपत्ति किए जाने के बावजूद शिवपुरी विधानसभा से घोषित दिग्विजय सिंह के कैंडिडेट केपी सिंह को कोई टस से मस नहीं कर पाया। कांग्रेस पार्टी की दूसरी एवं अंतिम लिस्ट जारी हो चुकी है। शिवपुरी विधानसभा सीट से उम्मीदवार के बदले जाने की सभी खबरें, सिर्फ चुनावी चर्चा साबित हुई। 

वीरेंद्र रघुवंशी - महाराज साहब से गिरे, राजा साहब पर अटके

विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए आतुर वीरेंद्र रघुवंशी अब शिवपुरी जिले में एक पॉलिटिकल किस्सा बनकर रह गए हैं। कवि महाराज साहब के समर्थक तो कभी महाराज साहब के विरोधी, कभी कोलारस विधानसभा तो कभी शिवपुरी, जहां से मौका मिल जाए, बस चुनाव लड़ना है। महाराज साहब के विरोध के चलते कांग्रेस से भाजपा में गए थे परंतु महाराज साहब के भाजपा में आ जाने के बाद कांग्रेस में वापस नहीं लौटे बल्कि अपना कार्यकाल पूरा किया। जब इस बात का पूरा विश्वास हो गया कि, महाराज साहब की मर्जी के बिना चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पाएगा तो कांग्रेस में वापस चले गए लेकिन हाय री किस्मत। कांग्रेस में कदम रखते ही राजा साहब से पंगा हो गया। हाई कमान से हाथ मिलाने के बाद प्रोटोकॉल भूल जाने की सजा कितनी तकलीफ भरी सकती है।