करैरा। करैरा में चुनाव शुरू हो चुका है,चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी पूरे हथकंडे अपना रहे है। अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए सामने वाले प्रत्याशियों के खिलाफ माहौल बनाने से भी नही चूक रहे है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला है करैरा विधानसभा मे। करैरा विधायक प्रागीलाल जाटव राजनीति का शिकार हुए हैं।
किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनका फर्जी लेटर हेड छपवाकर करैरा अनुभाग में विभिन्न विभागों में पदस्थ उनके सजातीय कर्मचारियों सहित तीन दर्जन कर्मचारियों की शिकायत चुनाव आयोग को दर्ज करवा दी। बताया जा रहा है कि जब प्रागी लाल जाटव पर जब दबाव बढ़ा तो कर्मचारियों की नजर में खुद को निर्दोष साबित करने के लिए उन्होंने कलेक्टर को अपने लेटर हैड पर एक पत्र लिखा है, जिसमें उल्लेख है कि पूर्व में उनके लैटर हैड पर जो शिकायत दर्ज करवाई गई थी, वह शिकायत उन्होंने दर्ज नहीं कराई थी।
उक्त शिकायत पूरी तरह से कूटरचित व षड्यंत्र पूर्वक दर्ज कराई गई थी। इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाए। प्रागीलाल जाटव के लेटर हैड पर 23 अक्टूबर को करैरा विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर को दर्ज कराई गई। शिकायत में 35 प्रागीलाल जाटव कर्मचारियों के नाम की सूची संलग्न कर आरोप लगाया गया था कि उक्त कर्मचारी बहुजन समाज पार्टी का काम कर रहे हैं।
ऐसे में 24 घंटे के भीतर मामले की जांच कर कार्रवाई करते हुए उक्त कर्मचारियों को करैरा विधानसभा क्षेत्र से बाहर पदस्थ किया जाए। इसके बाद प्रागीलाल जाटव ने 25 अक्टूबर को एक पत्र अपने लेटर हैड पर कलेक्टर के नाम पर लिखा है । उक्त पत्र में उल्लेख किया गया है।
कि मेरी छवि खराब करने के उद्देश्य से मेरे राजनीतिक विरोधियों द्वारा मेरा फर्जी लेटर हैड बनाकर करैरा क्षेत्र के कर्मचारियों की जो शिकायत की कई है। इसमें मेरी किसी प्रकार की सहमति नहीं है। अतः मेरे लेटर हेड पर 23 अक्टूबर को की गई शिकायत पूर्णतः निराधार है।
किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनका फर्जी लेटर हेड छपवाकर करैरा अनुभाग में विभिन्न विभागों में पदस्थ उनके सजातीय कर्मचारियों सहित तीन दर्जन कर्मचारियों की शिकायत चुनाव आयोग को दर्ज करवा दी। बताया जा रहा है कि जब प्रागी लाल जाटव पर जब दबाव बढ़ा तो कर्मचारियों की नजर में खुद को निर्दोष साबित करने के लिए उन्होंने कलेक्टर को अपने लेटर हैड पर एक पत्र लिखा है, जिसमें उल्लेख है कि पूर्व में उनके लैटर हैड पर जो शिकायत दर्ज करवाई गई थी, वह शिकायत उन्होंने दर्ज नहीं कराई थी।
उक्त शिकायत पूरी तरह से कूटरचित व षड्यंत्र पूर्वक दर्ज कराई गई थी। इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाए। प्रागीलाल जाटव के लेटर हैड पर 23 अक्टूबर को करैरा विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर को दर्ज कराई गई। शिकायत में 35 प्रागीलाल जाटव कर्मचारियों के नाम की सूची संलग्न कर आरोप लगाया गया था कि उक्त कर्मचारी बहुजन समाज पार्टी का काम कर रहे हैं।
ऐसे में 24 घंटे के भीतर मामले की जांच कर कार्रवाई करते हुए उक्त कर्मचारियों को करैरा विधानसभा क्षेत्र से बाहर पदस्थ किया जाए। इसके बाद प्रागीलाल जाटव ने 25 अक्टूबर को एक पत्र अपने लेटर हैड पर कलेक्टर के नाम पर लिखा है । उक्त पत्र में उल्लेख किया गया है।
कि मेरी छवि खराब करने के उद्देश्य से मेरे राजनीतिक विरोधियों द्वारा मेरा फर्जी लेटर हैड बनाकर करैरा क्षेत्र के कर्मचारियों की जो शिकायत की कई है। इसमें मेरी किसी प्रकार की सहमति नहीं है। अतः मेरे लेटर हेड पर 23 अक्टूबर को की गई शिकायत पूर्णतः निराधार है।