शिवपुरी। प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी शारदीय नवरात्रि में शहर के खटीक मोहल्ले में मां काली की मूर्ति की विराजमान की गई थी। नवरात्रि के नौ दिनो तक काली माता की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई थी। खटीक समाज द्वारा विराजमान काली मां का विसर्जन दशहरे के दिन किया जाता है।
इसी क्रम में आज मंगलवार को मा काली की प्रतिमा का विसर्जन गणेश कुंड में किया गया। इस शोभायात्रा में सबसे खास बात यह थी कि इस शोभायात्रा में हजारो भक्त ने भाग लिया और इस यात्रा के स्वागत के लिए शहर के हजारो लोग कतार बध खडे थे। इस दौरान काली काली जय मां काली के जयकारों से नभ गुंजायमान रहा। इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी रही।
बता दें कि मां काली की प्रतिमा को भक्तों ने अपने कंधों पर उठाकर खटीक मोहल्ले से यात्रा की शुरूआत की जो कमलागंज, माधव चौक, दो बत्ती चौराहा होते हुए गणेश कुंड पहुंची। इस यात्रा की खास बात है कि हजारों भक्तों की भीड़ के बीच यह यात्रा तीन किलोमीटर का पैदल सफर महज 25 मिनट में पूरा कर गणेश कुंड तक पहुंची।
जिस मार्ग से माता की प्रतिमा भक्तों के कंधों पर सवार होकर निकलने वाली थी। उन मार्गों पर पहले से हजारों की संख्या में भक्त काली माता के दर्शन करने पहुंच गए थे,सभी भक्त कतार में खडे थे और हाथो मे फूल लेकर माता की शोभा यात्रा पर पुष्प वर्षा कर रहे थे। काली माता की प्रतिमा गणेश कुंड पहुंचने के बाद पूजा अर्चना के साथ मूर्ति का विसर्जन किया गया। बता दें कि कई वर्षों खटीक समाज के द्वारा काली माता की प्रतिमा को स्थापित किया जाता रहा है।