शिवपुरी। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज अपने अस्तित्व में आने से पूर्व ही विवादों में घिरा रहा है। कोरोना काल में शिवपुरी में सबसे अधिक मौतें भी शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में हुई थी,कॉलेज की ओपनिंग के समय नियुक्तियों का घोटाला विधानसभा में गूंजा था,कुल मिलाकर नियम और विधि के विरुद्ध चलने का काम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन करता है। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के डीन केवी वर्मा ने अघोषित रूप में कॉलेज मे मीडिया की एंट्री पर रोक लगा दी है। मीडिया के रोकने वाले डीन के खिलाफ अंत:कमिश्नर ने जांच शुरू कर दी है।
मेडिकल कॉलेज में तमाम गड़बड़ियां और शिकायतों की कमिश्नर के आदेश पर गुरुवार से जांच शुरू हो गई है। अपर कलेक्टर शिवपुरी के नेतृत्व ने जांच टीम ने बिंदुवार संबंधितों के बयान लिए हैं। अब रिपोर्ट से कॉलेज में चल रहीं गतिविधियों के संबंध में हकीकत का पता चलेगा।
जानकारी के मुताबिक शासकीय मेडिकल कॉलेज शिवपुरी को लेकर लगातार सामने आ रहीं गड़बड़ियां व शिकायतों को देखते हुए ग्वालियर कमिश्नर के निर्देश पर शिवपुरी कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने जांच दल गठित किया। अपर कलेक्टर विवेक रघुवंशी के नेतृत्व में जांच दल ने गुरुवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचकर शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए। जिन लोगों पर गंभीर आरोप लगे थे, उन लोगों का भी पक्ष जाना।
डीन डॉ केबी वर्मा के भी बयान लिए गए हैं। सारे बयानों और दस्तावेजों के आधार पर जांच दल अब अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगा। उसके बार कमिश्नर स्तर पर मामले में एक्शन लिया जाएगा। जांच में क्या गड़बड़ियां सामने आई हैं, फिलहाल जांच दल ने स्पष्ट नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो मेडिकल कॉलेज में जांच दल को कुछ भी ठीक नहीं मिला है।
मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर केबी वर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। मैसेज करने पर भी जवाब नहीं आया। बता दें कि मेडिकल कॉलेज शिवपुरी का टीचर्स एसोसिएशन भी तमाम मुद्दों को लेकर कमिश्नर से लिखित शिकायत कर चुका है। जांच रिपोर्ट के बाद क्या कार्रवाई होती है,कमिश्नर स्तर तरह से पता चलेगा।