पिछोर थाना क्षेत्र में शिक्षक के साथ धोखाधड़ी का नए तरह का मामला सामने आया है। ठग ने पीएचई अफसर बनकर शिक्षक का फोन पे नंबर लिया और फिर कोड नंबर वेरीफाई कराने के बहाने 99 हजार 188 रुपए पार कर दिए। बदमाश ने दो बार में खाते से राशि निकाली है।
दरअसल ठग ने पीएचई अफसर बनकर पहले सरपंच को कॉल लगाया और स्कूल में आरओ लगाने के बहाने शिक्षक का नंबर ले लिया। फिर सरपंच का हवाला देकर शिक्षक को विश्वास में लेकर मजदूरों को भुगतान के बहाने ठगी को अंजाम दे दिया।
जानकारी के मुताबिक प्राइमरी स्कूल मोहनगढ़ में पदस्थ शिक्षक राजेंद्र गुप्ता ने पिछोर थाने में 99 हजार 88 रु. की ऑनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। शिक्षक का कहना है कि अज्ञात ठग ने कॉल लगाकर खुद को परिचय पीएचई ग्वालियर से मुकेश यादव के रूप में दिया। दोपहर 1:30 बजे ठग ने कॉल लगाया था। सरपंच बलवीर वंशकार का नाम लेकर बताया कि तुम्हारे स्कूल में पीएचई की तरफ से आरओ लगना है।
मजदूर आरओ लगाने आ रहे हैं। उन्हें मजदूरी का भुगतान करना है। शिक्षक ने ठग को मना कर दिया। बाद में ठग ने कहा कि तुम अपना यू पीआई नंबर दे दो, मैं आपको मजदूरी के पैसे भेज देता हूं। शिक्षक ने भी सरपंच के कॉल की वजह से भरोसा करके ठग को अपना यू पीआई नंबर दे दिया।
ठग ने पैसे वापसी के लिए दिए कोड से 9999 रुपए भी उड़ाए
ठग ने शिक्षक से अपने खाते का बैलेंस चेक करने के लिए कहा तो शिक्षक ने मना कर दिया। फिर ठग ने फोन पे ओपन कराया। 89089 नंबर का कोड बताकर वेरीफाई करने को कहा। शिक्षक को सरपंच की वजह से भरोसा था, इसलिए कोड वेरीफाई का माजरा समझते, इससे पहले उन्होंने यूपीआई पिन दायर किया और खाते से 89 हजार 89 रु. कट गए। ठग ने कहा कि यह राशि वापस चाहिए तो फिर से 9999 का कोड भी वेरीफाई करो। मोटी रकम वापस आने की उम्मीद में दूसरी बार 9999 के लिए यूपीआई पिन डाला तो 9 हजार 999 रु. भी खाते से कट गए।
टीआई से बोला ठग- पैसे 24 घंटे में वापस आएंगे
शिक्षक ने ठगी की पिछोर थाने में लिखित शिकायत की है। शिक्षक ने बताया कि ठग का नंबर भी चालू है। टीआई ने भी कॉल लगाया और शिक्षक के पैसे कटने के बारे में पूछा। ठग बोला कि के पैसे पेंडिंग में चले गए हैं, 24 घंटे में वापस आएंग। अब ठग कॉल रिसीव नहीं कर रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।