शिवपुरी। माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत मार्च के महीने में तीन बाघ फिर से बसाए गए थे। बाघ माधव राष्ट्रीय उद्यान में पूरी तरह से रच बस गए हैं। लेकिन अभी तक बाघ पर्यटकों की पहुंच से दूर हैं। सात महीने बीत जाने के बाद भी इस क्षेत्र में पर्यटन शुरू नहीं किया गया है। अब पार्क प्रबंधन ने टाइगर टूरिज्म के लिए नया रूट निर्धारित कर लिया है।
करीब 20 किमी के इस रूट में टाइगर के साथ अन्य आकर्षण भी होंगे। हालांकि इस नए रूट पर पर्यटन शुरू होने के समय को लेकर संशय है। शिवपुरी से इसका प्रस्ताव स्टेट वाइल्ड लाइफ को स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है। आचार संहिता के कारण भोपाल में अभी काम ज्यादा है जिसके चलते स्वीकृति नहीं आ पा रही है।
इसके अलावा जो नया रूट निर्धारित किया गया है उस पर काफी इंफ्रास्ट्रक्चर भी विकसित किए जाने की जरूरत है। ऐसे में इस वर्ष तो इस रूट पर पर्यटन शुरू होना मुश्किल नजर आ रहा है, लेकिन नए वर्ष में पर्यटकों को नई सौगात मिल सकती है।
इस नए रूट के तहत प्रवेश सुरवाया थाने से करीब तीन किमी दूर बलारी माता मंदिर के पास से दिया जाएगा। यहां पास में ही पार्क के अंदर जाने का रास्ता है जो अभी तक वन विभाग के द्वारा की उपयोग किया जाता था। यहां पर पार्क प्रबंधन द्वारा टिकट घर, पार्किंग आदि सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
पर्यटक झील और खदान दर्शन से लेकर वोटिंग भी करेंगे
एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार टाइगर टूरिज्म के रूट पर पर्यटक खुद का वाहन नहीं ले जा सकेंगे। इसके लिए पार्क प्रबंधन ने नए वाहनों को अनुबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अन्य राष्ट्रीय उद्यान या टाइगर रिवर्ज की तर्ज पर ही यहां टूरिज्म होगा । किराया भी उन्हीं की गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित होगा।
इस नए रूट पर पर्यटकों को पुरानी खदानें, तालाब आदि भी दिखाई देंगे। इसमें ऐसे क्षेत्र भी शामिल किए गए हैं जो हरियाली के भरपूर हैं। यहां से होते हुए पर्यटक सिंध नदी के किनारे खूबसूरत लोकेशन पर पहुंचेंगे। यहां पर नेशनल पार्क की एक बिल्डिंग भी बनी हुई है। करीब दो किमी का रूट नदी का रहेगा जिसे बोट के जरिए तय करेंगे। इसका उद्देश्य है कि यदि पर्यटकों को टाइगर न दिखें तो भी वे निराश न हों और कोई गतिविधि उनके रूट में शामिल हो। यह रूट करीब 20 किमी (आना-जाना) का रहेगा जिसमें 16 किमी सड़क मार्ग और चार किमी जल मार्ग रहेगा। पुराना रूट भी रहेगा चालू
माधव राष्ट्रीय उद्यान में अभी सेलिंग क्लब की ओर से प्रवेश दिया जाता है। टाइगर टूरिज्म शुरू होने के बाद इस रूट को बंद नहीं किया जाएगा। यह रूट भी पर्यटकों के लिए चालू रहेगा। यहां से पर्यटक सेलिंग क्लब, जार्ज कैसल कोठी आदि देखते थे। हालांकि इस पुराने रूट और नए रूट के बीच काफी दूरी रहेगी। ऐसे में पर्यटकों को एक साथ दोनों रूटों का लुत्फ उठाने में थोड़ी परेशानी आएगी, लेकिन इस रूट पर निजी वाहन से जा सकते हैं।
रूट तय कर लिया गया है और स्वीकृति के लिए भी भेज दिया है। जो रूट निर्धारित किया गया है उस पर इंफ्रास्ट्रक्चर का काम चल रहा है। स्वीकृति मिलते ही करीब एक से डेढ़ महीने में तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी। हमारा प्रयास है कि इस वर्ष के अंत तक यहां पर पर्यटन शुरू कर दें।
प्रतिभा अहिरवार, डीएफओ माधव राष्ट्रीय