SHIVPURI NEWS - 13 साल की आकांक्षा ने डॉक्टर के कहने पर भी नवरात्रि के व्रत खंडित नही किया, अस्पताल में भर्ती

Bhopal Samachar
मोहन सिंह शिवपुरी। संसार का पालन पोषण करने वालीे मां भगवती के पूजा के दिन चल रहै। इन नवरात्रि में हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग अपनी विभिन्न पूजा पद्धतियों से मां की उपासना कर रहे है। अधिकांश महिलाएं नो दिन व्रत रखती है,कुछ ऐसा ही किया था 13 साल की आकांक्षा ने,नवरात्रि में आकांक्षा ने व्रत रखे है,व्रत रखने के कारण शरीर में कमजोरी आने के कारण वह बीमार हो गई और डॉक्टर और परिजनों के कहने पर भी उसने अपने व्रत खंडित नही किए।

शिवपुरी सर्किट हाउस के पास खुडा पर किराये के मकान में रहने वाले महेंद्र धाकड़ पत्नी अनीता धाकड़ की 13 साल की बेटी आकांक्षा धाकड़ ने नवदुर्गा में देवी मॉ के लिए 9 दिन का व्रत रखे है। बताया जा रहा है आकांक्षा धाकड आज दोपहर लगभग 12:30 बजे स्कूल से घर वापस आई तो अचानक से उसके सीने में जोर से दर्द होने लगा और आकांक्षा की हालत बहुत खराब होने लगी,जिसके बाद परिजन उसे आनन फानन में जिला अस्पताल में लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरो ने उसे ऑक्सीजन व ट्रिप लगाकर उपचार शुरू किया,अस्पताल में भी आकांक्षा के सीने में तेज दर्द हो रहा था।

डॉक्टरों ने बताया कि आकांक्षा को कमजोरी है और इसके कारण ऐसा हुआ है। डॉक्टरों की सलाह पर परिजनों ने आकांक्षा को व्रत खोलने को कहा लेकिन आकांक्षा ने कहा व्रत का संकल्प 9 दिन का है उससे पहले वह व्रत नही खोलेगी। आकांक्षा के परिजनों ने कहा कि आकांक्षा बचपन से ही देवी की भक्त है उसमें मां बलारी की सवारी आती है।

फिलहाल आकांक्षा का जिला चिकित्सालय में इलाज जारी है,लगातार उस पर ड्रिप चढ़ाई जा रही है। परिजनों को कहना है कि अब आकांक्षा की हालत में सुधार है और यह सब मां बलारी की कृपा का आर्शीवाद है अब आकांक्षा भी अच्छा महसूस कर रही है।

लेकिन कहते हैं कि जिसका विश्वास ईश्वर पर होता है। उसका काल भी कुछ नही बिगाड सकता है। आपको बता दे की आकांक्षा पर बलारपुर मॉ की सवारी आती है। आकांक्षा ने देवी मॉ की आस्था में उनके लिए 9 दिन का व्रत भी रखा था तो देवी मॉ ने अपनी कृपा दिखाई और फिर कुछ देर बाद आकांक्षा की हालत में सुधार हुआ और अब वह खतरे से बहार है।