नरवर में राजा नल और दमयंती को अपनी प्रतिमाए धूल खाने को मजबूर,है अनावरण का इंतजार

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले का सबसे पुराना और ऐतिहासिक नगर राजा नल की नगरी में राजा नल और दमयंती की प्रतिमा पिछले 6 माह से अनावरण होने का इंतजार कर रही है। स्थानीय सांसद विवेक शेजवलकर द्वारा 50 लाख का बजट राजा नल व दमयंती के प्रतिमाओं के पास सड़क, बिजली व अन्य कार्यों की व्यवस्था करने के लिए दिया गया था।

जहां प्रतिमाएं लाकर लोहड़ी माता ट्रस्ट कमेटी ने अपने फंड से नगर के छोटा तालाब स्थित पहाड़ियों पर राजा नल व दमयंती की प्रतिमाओं को कपड़े से ढक कर रख दिया गया लेकिन कपड़े से ढकी यह प्रतिमाएं आज 6 माह से धूल फांक रही हैं।

स्थिति यह है कि स्थानीय सांसद द्वारा नगर परिषद को जो राशि भेजी गई थी, वह नगर परिषद ने तालाब के सौंदर्यीकरण में 12 लाख खर्च कर दिए। वहीं, अन्य 12 लाख रुपए का काम जारी है। पर प्रतिमाओं के पास सड़क, बिजली सहित अन्य काम नहीं किए गए। यही वजह है कि मार्च माह से उक्त प्रतिमाओं का अनावरण रुका हुआ है। अब कपड़े से ढंकी यह प्रतिमाएं अपने ही नगर को देखने के लिए तरस रही हैं।

नगर के धीरज गुप्ता की विरासत और संस्कृति का संग्रह नामक पत्रिका का विमोचन करने के लिए 27 मार्च को ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर को बुलाया गया था। यहां अंबेडकर भवन में स्थानीय सांसद ने इस पत्रिका का विमोचन किया था। इस दौरान सांसद ने नरवर की संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए कहा था कि मंदिर ट्रस्ट को राजा नल व दमयंती की प्रतिमा स्थापित करें और आसपास सौंदर्यीकरण के लिए 50 लाख रुपए की राशि सांसद निधि से दूंगा। 

इसके बाद प्रतिमाएं तो आ गईं लेकिन उनका अनावरण आज तक नहीं हुआ है और यह प्रतिमाएं अभी भी कपड़े से ढकी हुई धूल खा रही हैं। वहीं, नगरपरिषद द्वारा सांसद निधि से मिले 24 लाख रुपए में 12 लाख रुपए का काम पास स्थित तालाब के सौंदर्यीकरण पर खर्च कर दिया।

नगर वासियों का कहना है कि संसद द्वारा जिला प्रशासन को 25 लाख की राशि नल दमयंती की प्रतिमाएं खरीदने एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए जारी की गई थीं जिसे जिला प्रशासन ने नगर परिषद को सौंप दी थी। लोहड़ी माता ट्रस्ट कमेटी द्वारा 16 लाख रुपए की लागत से प्रतिमा को स्थापित तो कर दिया गया लेकिन अन्य कार्य न होने से तत्समय प्रतिमाओं का अनावरण रुक गया जिस वजह से

नल दमयंती की प्रतिमाएं आज तक जस की तस हालत में रखी हुई धूल खा रही है। बताया जाता है कि नगर परिषद द्वारा उक्त 25 लाख की राशि अन्य कार्यक्रम में खर्च कर दी गई जिस वजह से लोहड़ी माता ट्रस्ट ने उक्त प्रतिमाओं का अनावरण रोक दिया। जबकि नगर परिषद को 25 लाख की राशि से नल दमयंती की प्रतिमा तक पहुंचने के लिए सड़क, बिजली व अन्य कार्यों की व्यवस्था करनी थी। यही वजह है कि अभी तक यह अनावरण रुका हुआ है।


राजा नल व दमयंती तथा हंस की प्रतिमा 31 मार्च 2023 को छोटा तालाब के पास स्थित पहाड़ियों पर स्थापित की गई थी। इन प्रतिमाओं को लोहड़ी माता ट्रस्ट कमेटी द्वारा 16 लाख रुपए में बनवाकर स्थापित कराया गया था और लोहड़ी माता ट्रस्ट को 8 लाख और खर्च करने थे जिसमें ठेकेदार द्वारा स्टील की रेलिंग और प्रतिमा के चारों ओर बाउंड्री वॉल व टाइल्स के चबूतरे का निर्माण करना था लेकिन लोहड़ी माता ट्रस्ट कमेटी ने काम रोक दिया है। जिस वजह से पिछले 6 माह से प्रतिमाओं का अनावरण रुका हुआ है। हालांकि स्थानीय नगर वासियों का कहना है कि संसद द्वारा प्रतिमाओं का निरीक्षण कर जल्द अनावरण करने की बात कही गई थी।

16 लाख रुपए खर्च का प्रतिमा ले जाए
हमें प्रतिमा लाने के लिए बोल दिया था जिसके बाद हम ट्रस्ट के फंड से 16 लाख रुपए खर्च कर प्रतिमा ले आए। वहीं, अभी कुछ और काम हमें करना है जिसे हम जल्द करा देंगे। नप द्वारा हमें अभी तक एक भी रुपए नहीं दिया गया और न ही प्रतिमा के पास होने वाले सड़क, बिजली सहित अन्य कोई काम की शुरुआत कराई है। - 
हरीवल्लभ माहेश्वरी, अध्यक्ष लोड़ी माता मंदिर ट्रस्ट कमेटी

सांसद निधि से अभी 24 लाख रुपए मिले हैं
सांसद निधि से अभी 24 लाख रुपए मिले हैं जिनमें से 12 लाख रुपए का काम पास स्थित तालाब के सौंदर्यीकरण का काम किया गया है जबकि 12 लाख का काम जारी है। अभी यदि 25 लाख रुपए की राशि और मिल जाएगी तो जल्द प्रतिमा के पास काम शुरू कर दिया जाएगा।
पदमा संदीप महेश्वरी, नगर परिषद अध्यक्ष नरवर