मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने शिवपुरी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार की घोषणा को लेकर बड़ा खुलासा किया है। रघुवंशी समाज के लोगों से बात करते हुए श्री कमलनाथ ने बताया कि उन्होंने खुद श्री वीरेंद्र रघुवंशी को कांग्रेस पार्टी में शामिल किया और शिवपुरी विधानसभा से उनका टिकट फाइनल किया।
कमलनाथ ने बताया- पर्दे के पीछे क्या हुआ
ग्वालियर चंबल संभाग का काम श्री दिग्विजय सिंह एवं उनके पुत्र श्री जयवर्धन सिंह देख रहे थे इसलिए उन्होंने, उन पर छोड़ दिया। इसके बाद श्री केपी सिंह एवं श्री दिग्विजय सिंह के बीच में कोई बातचीत हुई और शिवपुरी विधानसभा से श्री केपी सिंह को कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया। श्री कमलनाथ ने कहा कि मैं खुद शर्मिंदा हूं। श्री कमलनाथ ने यह भी कहा कि, केपी सिंह शिवपुरी क्यों जाए, मुझे यह बात ही नहीं समझ में आई। सरल हिंदी में कहें तो, कमलनाथ ने स्पष्ट तौर पर यह कहा है कि, श्री दिग्विजय सिंह ने श्री वीरेंद्र रघुवंशी का टिकट श्री केपी सिंह को दे दिया।
पिछोर का पहलवान दंगल छोड़कर क्यों भागा
श्री कमलनाथ के बयान से श्री केपी सिंह को लेकर नए सवाल पैदा हो गए हैं। अब तक माना जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी ने शिवपुरी विधानसभा पर अपनी जीत हासिल करने के लिए श्री केपी सिंह को पिछोर से बुलाया है, परंतु श्री कमलनाथ के बयान से स्पष्ट होता है कि, कांग्रेस पार्टी को तो इसके बारे में पता ही नहीं था। श्री केपी सिंह पहले भोपाल गए और फिर दिल्ली, श्री दिग्विजय सिंह और श्री केपी सिंह की बातचीत हुई। पार्टी को पता ही नहीं चला श्री केपी सिंह का नाम पिछोर के बजाय शिवपुरी के आगे लिख दिया गया। अब ताजा सवाल यह है कि पिछोर का पहलवान, दंगल छोड़कर क्यों भागा। ✒ भोपाल से उपदेश अवस्थी की रिपोर्ट। खबर विस्तार से पढ़ने एवं श्री कमलनाथ का बयान वाला वीडियो देखने के लिए कृपया भोपाल समाचार डॉट कॉम पर विजिट करें।