शिवपुरी में पदस्थ ASI प्रवीण ने राजस्थान के व्यापारी को बंधक बनाकर लूटे 15 लाख: मामला IG के ​संज्ञान में

Bhopal Samachar
धमेन्द्र श्रीवास्तव @ शिवपुरी
। राजस्थान के एक भेडो के व्यापारी ने ग्वालियर आईजी को एक शिकायती आवेदन दिया है। इस आवेदन के अनुसार व्यापारी को शिवपुरी जिले मे पदस्थ एएसआई प्रवीण त्रिवेदी ने व्यापारी और उसके साथी रोक कर अवैध रूप से हथकड़ी पहनाकर अपने ही निवास पर बंधक बनाकर रख लिया था,और व्यापारी को झूठे अफीम के केस के फसाने की धमकी देकर दबाव बनाते हुए लाखों रुपए वसूले है। व्यापारी और उसके साथी ने रिश्वत की लेन देन की बैंक डिटेल भी इस शिकायती आवेदन के साथ सौंपे है।

यह है मामला

राजस्थान के झालावाड़ जिले के ग्राम बोरबंद थाना बालता में निवास करने वाले सुजान सिंह पुत्र गोवर्धन तंवर उम्र 28 साल ने आई जी को एक आवेदन दिया है। सुजान सिंह का कहना है कि वह भेडो का व्यापार करता है और शिवपुुरी अपने साथ के साथ भेडे खरीदने आया था। वह रेवाडी के भेडो के व्यापारी के पास आया था उसे समय उसका डेरा शिवपुरी जिले में ही था।

सुजान सिंह ने बताया कि 1 सितंबर 2022 को वह अपने घर अपनी जीप क्रमांक से घर लोट रहा था उस समय मेेरा दोस्त गिर्राज और मेरा ड्रायवर साथा था। हमारी गाडी शिवपुरी सिंहनिवास के पास स्थित फोरलेन पुल के पास सुबह 9 बजे जैसे पहुंची हमारी गाडी को पुलिस ने रोक लिया।

शिवपुरी पुलिस के एएसआई प्रवीण त्रिवेदी व उसके तीन अज्ञात साथियो ने रास्ते में रोककर जीप से मुझे, गिर्राज और भरत गुर्जर हम तीनों को उतारकर अपनी सफेद रंग की स्विफट क्र. MP33C 4221 में पकडकर जबरन बैठा लिया और हमारी जीप की तलाशी लेकर जीप को अपने एक साथी को देकर शिवपुरी तरफ रवाना कर दिया था। फिर हम तीनों की तलाशी ली और हमारी जीप के चालक भरत गुर्जर से और मेरा मोबाइल ले लिया ओर मेरे जेव में रखे 72 हजार रूपए निकाल लिए।

मुझे और मेरे ड्रायवर को पुरानी जेल के पास बने एक सरकारी क्वार्टर में ले गया ओर हमे हथकडी पहनाकर कमरे में बंद कर दिया। एएसआई प्रवीण और उसके साथियो ने कहा कि तुम लोगा अफीम का बिजनिस करते हो। हमने कहा था कि हमारी गाडी की तलाशी लो हमारी तलाशी भी ले लो हमारे पास अफीम कहा है। उसने कहा कि मेरे पास है मे रख दूगा,नही तो घर से 15 लाख रूपए मंगा ले।

पिता ओर भाई से बात कराई

सुजान सिंह ने बताया कि एएसआई प्रवीण ने मेरे पिता और भाई से बात कराई। रात में ही मेरे पिता गोवर्धन और भाई हेमराज शिवपुरी आए और उन्होने प्रवीण त्रिवेदी और उकसे साथियो को 450000 रूपए नगद दिया था। इसके बाद हमने निवेदन किया कि हम आपको पैसा पोनपे और बैंक में डाल देगें।

सुफियान खान के नाम का बैंक अकाउंट दिया गया

एएसआई प्रवीण त्रिवेदी ने सुफियान खान नाम का ICICI बैंक का खाता क्रमांक 144905002044 देकर कहा कि शेष रुपये इसी खाते में डालवा दो। दयाराम मेहर मेरे गांव में ई-मित्र बैंक का संचालक है जिसने मेरे भाई व मेरे स्वयं के व मेरे पिताजी के कहने पर दिनांक 02.09.2022 को ही अपने एसबीआई बैंक के खाता क्रमांक 61249343791 से एक बार में 1,00,000- रु. (एक लाख रुपये) एसबीआई बैंक खाता क्रमांक 2022645069 से एक बार में 90,000- रुपये बैंक ऑफ बड़ौदा के खाता क्रमांक 32950200000633 से तीन बार में 1,00,000- रु. बैंक ऑफ बडौदा के खाता क्रमांक 32950100013623 से तीन बार में 99,000- रुपये फोन पे के माध्यम से तथा मेरे बड़े भाई नारायण सिंह ने अपने खाता से 4,90,000 - रुपये नगद निकालकर एएसआई प्रवीण त्रिवेदी द्वारा बताये गये सुफियान खान के ICICI बैंक के खाता क्रमांक 144905002044 में भेज दिये थे।

कसम खाई बाकी रूपए देने को जब रिहा किया

एएसआई प्रवीण त्रिवेदी बोला भेजे गये रुपये तो आ चुके है पर अभी तो रुपये कम है। तब मैंने मेरे भाई हेमराज ने व पिता जी गोवर्धन ने ईश्वर की शपथ लेकर विश्वास दिलाया कि अब इस समय शेष रुपयो की व्यवस्था नहीं हो पा रही है, पर हम हर हाल में सात दिन के अंदर में ही शेष रुपये आपके बताये सुफियान खान के खाते में भिजवा देगें। तब एएसआई प्रवीण त्रिवेदी ने हमें धमकी देते हुए बोला कि शेष रुपये सुफियान खान वाले खाते में टाईम पर जमा करवा देना नहीं तो फिर घर से पकड़कर लाकर बड़ी कार्यवाही करके जेल भेज दूंगा।

2 तारिख को शाम को रिहा किया हमे

सुजान सिंह ने बताया कि मुझे और मरे ड्रायवर को 2 तारिख को शाम को छोडा,ओर कहा कि अगर इस बात की चर्चा किसी से कि तो तुम पर ऐसे मामले दर्ज कराउंगा कि जिंदगी भर जेल मे ही रहोगे।

घर पहुंचते ही फिर पैसा ट्रांसफर किया

दयाराम मेहर के एसबीआई बैंक खाता क्रमांक 61249343791 से एक बार में 40,000 रुपये, 4 सितंबर को बैंक ऑफ बडौदा के खाता क्र.32950200000633 से 20,000 रुपये, दिनांक 5 सितंबर को एसबीआई बैंक के खाता क्र. 61249343791 से 9000 रुपये ओर दिनांक 6 सितंबरको एसबीआई बैंक के खाता क्र. 61249343791 में दो बार में 22000 रुपये और बैंक ऑफ बडौदा के खाता क्र. 32950200000633 दो बार 8000 रुपये भेज दिये थे।

1 साल बाद एक कार्रवाई के बाद हमने हिम्मत की

सुजान सिंह ने शिवपुरी समाचार से बात करते हुए कहा कि हमने एक अखबार में ऐसा ही एक मामला ग्वालियर का प्रकाशित हुआ था जिसमें एक पुलिस वाले पर आईजी सर ने कार्रवाई की थी। हमने हिम्मत की और आईजी सर के पास जाकर पुरी बात बताई

अब राजीनामे के लिए प्रेशर बना रहा है

सुजान सिंह ने बताया कि अब एएसआई प्रवीण के लोग हमसे संपर्क कर रहे है वह कह रहे है कि तुम्हारा पैसा वापस मिल जाऐगा आप अपनी शिकायत वापस कर लो।