शिवपुरी। शिवपुरी में टूरिज्म का बढावा देने के लिए माधव नेशनल पार्क में मार्च माह में 3 टाइगर छोड गए थे। उस समय पार्क प्रबंधन ने पार्क में टूरिस्टो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। उसके कुछ समय बाद पार्क प्रबंधन ने टूरिस्टो का प्रवेश शुरू किया तो टूरिस्टो को गाइडों द्वारा उस क्षेत्र में नही ले जाया जा रहा था जहां टाइगरो के देखने की संभावना है,इससे टूरिस्ट निराश होकर लौट रहे है।
सख्त निर्देश जारी किए थे
बताया जा रहा है कि माधव नेशनल पार्क सैलानियों का प्रवेश शुरू हुआ तो साथ में जाने वाले गाइड को सख्त निर्देश दिए गए कि जिस क्षेत्र में टाइगर हैं, वहां सैलानियों को लेकर नहीं जाना है। यही वजह है कि पिछले छह महीने से सैलानी इस उम्मीद में माधव नेशनल पार्क में घूमने आ रहे हैं कि उन्हें टाइगर दर्शन होंगे, लेकिन पार्क प्रबंधन के प्रतिबंध की वजह से वे निराश ही लौटना पड़ रहा है।
नेशनल पार्क के अधिकारियों ने पहले तो नर-मादा टाइगर के मिलन में कोई डिस्टर्ब न हो, इसलिए सैलानियों को रोकने की बात कही थी। अब ये कहा जा रहा है कि टाइगर वाली जगह तक जाने के लिए जो रास्ते नेशनल पार्क में हैं, उन पर अधिकांश:पालतू मवेशी नजर आते है जो सैलानियों को अच्छा नहीं लगेंगा।
गए 90 दिन, नहीं मिली खुशखबरी
नर टाइगर से मुलाकात के बाद मादा टाइगर 90 दिन में शावकों को जन्म देती है। माधव नेशनल पार्क में टाइगर का जोड़ा एक साथ रहने के बाद पार्क के अधिकारियों ने कैलेंडर में गोले बनाने शुरू कर दिए थे तथा अगस्त माह में खुशखबरी मिलने की उम्मीद जताई थी। अब तो सितंबर माह भी आधा निकल गया, लेकिन जब टाइगर का कुनबा नहीं बढ़ा तो अब अधिकारी यह कह रहे हैं कि नर-मादा टाइगर की हर मुलाकात के बाद शावकों का जन्म नहीं होता।
आबादी बढ़े तो अधिक एरिया की पड़ेगी जरूरत
किसी भी जंगल में एक टाइगर को अपनी टेरिटरी बनाने के लिए 8 वर्ग किमी एरिया की जरूरत होती है। माधव नेशनल पार्क 327 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला हुआ है। चूंकि अभी नेशनल पार्क में तीन ही टाइगर हैं, तो उन्हें जगह की समस्या नहीं है, जब उनकी आबादी बढ़ती तो फिर वन विभाग की जमीन की जरूरत पड़ती तथा उसे मिलाकर टाइगर रिजर्व बनाया जाता। या यूं कहें कि टाइगर की संख्या बढ़ने से ही टाइगर रिजर्व का रास्ता खुलेगा।
बना रहे रूट प्लान
जब टाइगर सैलानियों के क्षेत्र में आएंगे तो वो नजर आएंगे। अभी हम टाइगर्स तक सैलानियों को ले जाने का रूट प्लान बना रहे हैं। अभी टाइगर का परिवार बढ़ाने की कोई सूचना तो कहीं से नहीं मिली।
उत्तम कुमार शर्मा , सीसीएफ माधव नेशनल पार्क शिवपुरी