शिवपुरी। कोलारस विधानसभा के लेवा गांव में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक मरीज की मौत होने की खबर मिल रही है। बताया जा रहा है कि जैसे ही मरीज के यहां डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया तो उसे मुंह से झाग आने लगे और वह टेबल से गिर गया। डॉक्टर ही मरीज को फिर सरकारी अस्पताल ले गया और अस्पताल की गैलरी मे एक चादर उडा कर छोड़ आया। उक्त शिकायत आज एसपी ऑफिस में पहुंचकर मृतक पत्नी ने एसपी शिवपुरी से की है
आज मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में कार्यक्रम में कोलारस तहसील के ग्राम खैरोना में निवास करने वाली सरोज चिढ़ार ने एक शिकायती आवेदन एसपी शिवपुरी को दिया है। इस शिकायती आवेदन के अनुसार उसके पति रामजी चिडार को जुकाम हुआ था जिसका इलाज कराने के लिए वह लेवा के एक डॉक्टर केसरी धाकड़ के पास ले गई थी।
डॉक्टर केसरी धाकड ने उसके पति रामजी चिडार का चैकअप करके एक इंजेक्शन लगाया उसके बाद मेरे पति रामजी चिडार के नाक और मुंह से झाग आना शुरू हो गए और टेबल से नीचे गिर गया। महिला का कहना था कि डॉक्टर केसरी धाकड अपनी जीप से अपने भाई के साथ पति को कोलारस अस्पताल ले गया और मुझे वही छोड गया।
महिला का कहना था कि बडी ही मुश्किल मुझे अपने पति की जानकारी मिली। महिला का कहना था कि मेरे पति का मौत डॉक्टर केसरी धाकड़ के क्लीनिक पर ही हो गई थी। उसके बाद में कोलारस थाने पहुंच लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई।
शिवपुरी जिले में लगातार झोलाछाप डॉक्टरों के कारण लगातार मोते होने की खबर मिल रही है। खबरे संज्ञान में वही आ रही है,जो जिला मुख्यालय पर मामले शिकायत के रूप में आ जाते हैं उक्त मामला भी जब प्रकाश में आया जब मृतक की पत्नी जिला मुख्यालय पर शिकायत करने आई,नहीं तो यह मामला दबा दिया जाता और इस मामले को भी दबाने का प्रयास किया गया था। जिले वर्तमान समय में लगभग 5 सैकड़ा से अधिक झोला छाप डॉक्टर प्रैक्टिस कर रहे है ऐसा नहीं है कि यह झोला छाप डॉक्टर गांव या दूर दराज क्षेत्रों में अपनी दुकान जमाए बैठे है शहर में भी झोलाछाप डॉक्टर अपनी क्लीनिक खोलकर बैठे है लेकिन सीएमएचओ कार्यालय शिवपुरी में केवल वसूली के लिए ही बैठा है।