पोहरी। सरकारी जमीन पर कब्जा करने के साथ प्राकृतिक नाला ही पाट देने की वजह से बरसात का पानी सड़क के रपटे पर भरा है। पोहरी तहसील के भटनावर के नजदीक आमतला गांव के इस रपटे से करीब 12 गांव की आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है। यही नहीं इस रपटे की वजह से एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच पाई और असहनीय दर्द की वजह से आदिवासी महिला की मौत हो गई है। रपटे के कारण जच्चा- बच्चा की मौत से भी जिम्मेदार सबक नहीं ले रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक भटनावर कस्बे से महज 870 मीटर दूरी पर आमतला गांव है, जहां 12 गांव की सड़क पर पानी निकासी के लिए रपटा बना है। सरकारी जमीन के साथ नाले पर दबंगों ने ना सिर्फ कब्जा कर लिया है बल्कि बाउंड्रीवाल करके पानी निकासी पूरी तरह बंद कर रखी है। बाइक, कार सवार लोगों को रपटा पार करना जोखिम भरा साबित हो रहा है।
प्रसूताओं की सुरक्षित डिलीवरी के लिए डायल 108 डायल करते हैं, लेकिन रपटे पर पानी भरा रहने की वजह से एंबुलेंस नहीं आ पा रहीं। इसी रपटे की वजह से अगस्त 2023 में एक प्रसूता व नवजात की जान जा चुकी है। पानी निकासी वाली जमीन पर मुकेश व शिवदयाल नामक व्यक्तियों का कब्जा बताया जा रहा है।
रपटे की समस्या के लिए सीएम हेल्प लाइन में तमाम शिकायतें, निराकरण नहीं: ग्रामीणों ने बताया कि रपटे की समस्या के लिए अलग अलग गांवों के लोगों ने सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर तमाम शिकायतें दर्ज करा रखी हैं। किसी भी शिकायत पर गौर नहीं किया जा रहा है। शिकायत करने के बाद भी रपटे की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। स्थानीय विधायक व पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री को भी समस्या से अगवत करा चुके हैं, इसके बाद भी रपटे की समस्या बरकरार है।
12 गांव के लोग प्रभावित, इस गंभीर समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है ^आमतला पर रपटे पर हमेशा पानी भरा रहता है। बरसात होते ही पानी काफी ज्यादा हो जाता है। बाइक, कार वाले नहीं निकल पाते हैं।
पूरे बरसात यह समस्या बनी रहती है। हम 12 गांव के लोग प्रभावित हैं। यदि बंद नाला चालू हो जाए तो रपटे से पानी खाली हो जाएगा। हमारी इस गंभीर समस्या पर की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
जगदीश धाकड़, ग्रामीण
ईई ने पंद्रह दिन में पाइप डलवाने की बात कही थी, लेकिन कोई नहीं आया
रक्षाबंधन के बाद राज्य मंत्री आमतला गांव आए थे। रपटे की समस्या के संबंध में बताया था। उन्होंने कार्यपालन यंत्री से बात की थी। ईई ने पंद्रह दिन में पाइप डलवाने की बात कही थी। अभी तक कोई देखने नहीं आया है। -
विनोद धाकड़ , ग्रामीण,
फिर जलभराव की समस्या नहीं रहेगी
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क वाले देखने आए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। पुलिया बन जाए तो लेबल हो जाएगा, फिर समस्या नहीं रहेगी। किस सर्वे नंबर से पानी निकलता था, इस बारे में पता नहीं है। पटवारी अभी हड़ताल पर हैं, सर्वे नंबर पता लगाकर तहसीलदार से शिकायत करेंगे। -
साबिर खान, सचिव, ग्राम पंचायत नौनहेटा