शिवपुरी। पिछले 48 घंटे से जिले के आसमान ने बादलों ने डेरा डाल रखा है। बारिश के अंतिम चरण के दिनो मे जो पानी बर्षा उससे खेतों में संजीवनी का काम किया है। खेतो मे खडी फसलों को जीवनदान मिल गया। शनिवार से अधिक रविवार को मौसम अधिक सुहाना रहा,दिन भर बादल फुहार बाली बारिश शहर पर छोडते रहे। जिससे लोगों का संडे फंडे में बदल गया। लगातार हो रही बारिश के कारण पारा भी गिर गया है।
पानी गिरा तो पारा भी गिरा
रविवार को दिनभर रूक रूककर पानी बरसता रहा,ठंडी हवाए चलती रही। शनिवार को अधिकतम पारा 30.1 डिग्री व न्यूनतम 25.5 डिग्री था,लेकिन रविवार को लगातार फुहारों वाली बारिश होती रही। सूर्य देव के दर्शन नही हो सके इस कारण पारा भी गिर गया। रविवार को अधिकतम पारा 25.6 डिग्री और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रहा। इस प्रकार पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 5 डिग्री तो रात के पारे में 2.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
यह रहा जिले की औसत वर्षा का हाल
भू-अभिलेख शिवपुरी ने बीते चौबीस घंटे में 5.13 मिमी औसत बारिश दर्ज की है। इसी के साथ जिले में पिछले 13 दिन में कुल 104.03 मिमी औसत बारिश हो चुकी है। जिले की सामान्य कोटे की बारिश के लिए अभी भी 100 मिमी औसत बारिश की जरूरत है। बीते चौबीस घंटे में सबसे ज्यादा खनियांधाना में 23 मिमी बारिश हुई है। जबकि कोलारस में 6.20 मिमी, शिवपुरी 5 मिमी, पोहरी 4 मिमी, करैरा 2.30 मिमी, बैराड़ व पिछोर में 2-2 मिमी और बदरवास में 1.70 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसी के साथ जिले में अभी तक कुल 715.71 मिमी औसत बारिश हो चुकी है जो सामान्य औसत की 87.68% है।
लेकिन शहर की बारिश का कोटा पूरा
शिवपुरी में रविवार की सुबह से ही मौसम का मिजाज काफी बदला
जिले की औसत वर्षा 816.3 मिमी है। शनिवार तक शहर में 816.20 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी थी और अब सात मिमी और वर्षा होने से औसत से अधिक वर्षा हो चुकी है। हालांकि यह पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम है। कई तहसीलों में अभी भी औसत से कम वर्षा हुई है।
सबसे कम वर्षा नरवर और कोलारस में दर्ज की गई है। नरवर में अभी तक 584 मिमी और कोलारस में 622 मिमी बारिश ही दर्ज की गई है। वहीं पिछोर में सबसे अधिक 854 मिमी, बदरवास में 784.40, खनियाधाना में 720 मिमी, पोहरी में 693.60, बैराड़ में 652 मिमी और करैरा में 669 किमी वर्षा दर्ज की गई है।
मौसम के इस बदले हुए मिजाज से लंबी अवधि वाली फसलों को भी काफी फायदा पहुंचा है और अधिक वर्षा नहीं होने की वजह से फसलों पर खराब होने का खतरा भी नहीं मंडरा रहा है।
पूर्वानुमान: 21 से फिर बरसेंगे बादल
वर्षा मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह के अनुसार इंदौर उज्जैन संभाग में निम्न दाब क्षेत्र बनने से 25 से 35 सेमी वर्षा दर्ज की गई। अब यह सिस्टम कमजोर हो रहा है। रविवार से इसका असर कम होगा। राजस्थान व गुजरात से लगे हुए जिलों में भारी बारिश हो सकती है। आगामी 24 घंटे में दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश में ही बारिश की संभावना है। 20 और 21 सितंबर के बीच एक और सिस्टम बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होगा जिससे 21 से 25 सितंबर के मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर हो सकता है।