शिवपुरी। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में आत्महत्या का प्रयास करने वाली नर्स ने मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन डॉक्टर केवी वर्मा के खिलाफ एक शिकायती आवेदन कमिश्नर दीपक को सौंपा है। इस आवेदन के अनुसार डीन की प्रताड़ना कम नही हुई है अब डीन उसे मानसिक रोगी बनाने का प्रयास कर रहे है। नर्स अब पूरी तरह स्वस्थ हैं फिर भी उन्हें कॉलेज में ज्वाइनिंग नहीं दी जा रही है।
जैसा कि विदित है कि 4 सितंबर को आत्महत्या का प्रयास कर चुकीं शासकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) की स्टाफ नर्स लोकेश नामदेव ने ड्यूटी के दौरान नीद की खोली खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया,नर्स को तत्काल इजाल मिलने के कारण उसकी जान बच गईै। नर्स लोकेश नामदेव ने नीद की खोली खाने से पूर्व 3 पेट का सुसाइड नोट अपने परिजनों को व्हाट्सएप किया था जिसमें जिसमें डीन व अस्पताल अधीक्षक सहित दो अन्य स्टाफ नर्स को जिम्मेदार ठहराया था।
स्टाफ नर्स लोकेश नामदेव का आरोप है कि अब वह पूरी तरह स्वस्थ होकर 15 सितंबर को ज्वाइनिंग लेने गई तो ज्वाइनिंग देने से मना कर दिया गया जबकि डॉ. रितेश यादव ने मुझे फिट बताया है। उसके बाद भी बोर्ड का गठन कर मुझे प्रताड़ित करने के लिए फिर से सारी जांच व रिपोर्ट तैयार कराकर दी। इससे भी मन नहीं भरा तो 20 सितंबर को मानसिक आरोग्यशाला में जांच का लेटर देकर फिर से प्रताड़ित किया।
22 सितंबर को मानसिक आरोग्य शाला ग्वालियर पहुंची तो यहां रूम नंबर 11 में डेढ़ घंटे बैठाए रखा। बोर्ड के नाम पर एक डॉक्टर था। किसी पर फोन पर बात करके डॉक्टर बिना जांच कहने लगे कि आपको 10 दिन भर्ती रहना पड़ेगा। स्टाफ नर्स का आरोप है कि डीन, मुझे मानसिक रोगी (पागल) करार कराने का षडयंत्र रच रहे हैं। जबकि मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं।