SHIVPURI NEWS- बाप ने ही रची थी अपने बेटे के अपहरण की कहानी,बदला लेने के लिए-SI की झूठी शिकायत

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले के भौती थाना क्षेत्र के मुहार गांव से मंगलवार की रात 7 साल के बच्चे के अपहरण हो गया था,इस अपहरण काण्ड को लेकर भौंती थाने का एक एसआई भी लाइन अटैच हो गया था। पुलिस ने इस अपहरण काण्ड के मामले को आज ट्रेस कर लिया है। पुलिस के अनुसार पिता ने बदला लेने के लिए ही अपने बेटे का अपहरण की कहानी को जन्म दे दिया।

बता दें कि मंगलवार की रात जालम आदिवासी के भाई ओमकार आदिवासी के बेटे का गांव के अभिषेक जाटव और धर्मेंद्र जाटव से झगड़ा हो गया था। अभिषेक और धर्मेन्द्र ने उससे मारपीट की थी। ओमकार के बेटे ने मेला देखने गए अपने चाचा जालिम आदिवासी को फोन लगाकर मामले की जानकारी दी थी।

जालम आदिवासी मैले से लौटकर आया और अपने 7 साल के बेटे आशिक को खेत पर बने घर पर छोड़कर जाटव समाज के लोगों से बातचीत करने चला गया था। इसके बाद जालम आदिवासी, अभिषेक जाटव व धर्मेन्द्र जाटव को रस्सियों से बांधकर थाने ले गया था और रातभर भौंती थाने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराने रुक गया था। बुधवार की सुबह जालम की पत्नी ने फोन कर बताया था कि बेटा आशिक लापता है।

जालम आदिवासी ने जाटव पक्ष पर बेटे के अपहरण करने के आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद जालम ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए समाज को एकत्रित कर सिरसौद-पिछोर रोड पर चक्काजाम करवा दिया था। अधिकारियों ने जैसे-तैसे समझा बुझा कर जाम को हटवाया था और मामला दर्ज कर बच्चे की तलाश में जुट गई थी। यह पूरा एपिसोड जालम आदिवासी की साजिश निकली।

एसआई भी हुआ था लाइन अटैच

अपने ही बेटे के अपहरण की साजिश रचने वाले शातिर पिता जालम आदिवासी ने भौंती थाना में पदस्थ एसआई प्रतिपाल पर शिकायत दर्ज न करने और झूठे चांटा मारने की शिकायत कर एसआई प्रतिपाल को लाइन अटैच तक करवा दिया था। इसकी शिकायत जालम सिंह ने एसपी ऑफिस पहुंचकर बुधवार को दर्ज कराई थी। इसके बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने एसआई प्रतिपाल को लाइन हाजिर कर दिया था।

ऐसे हुआ खुलासा

बेटे के अपरहण की झूठी साजिश रहने वाले जालम आदिवासी पर पुलिस को तभी शक हो गया था। जब वह अपनी पुरानी रंजिश को निकालने लापता बेटे को तलाश न करते हुए एसआई की झूठी शिकायत करने एसपी ऑफिस तक जा पहुंचा था।

एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने बताया कि एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने मामले को संदेहास्पद मानते हुए दोनों एंगल से जांच करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भौंती थाना प्रभारी अनिल भारद्वाज आरोपी पक्ष और जालम आदिवासी को संदेही मानते हुए जांच शुरू की थी।

बेटे को साढू के घर रातों रात पहुंचा कर पिता ने रची थी साजिश

एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान सीडीआर के जरिए जालम आदिवासी के बेटे आशिक को जालम आदिवासी के खनियाधाना थाना क्षेत्र के बेलवावडी गांव के रहने वाले साढू गिट्टू आदिवासी के घर से बरामद कर लिया है।

7 साल के मासूम के बयानों में सामने आया कि जालम आदिवासी ने ही अपने बेटे आशिक को अपने भतीजे आदराम आदिवासी के साथ पिछोर बस स्टैंड भेजा और अपने साढू गिट्टू से फोन पर बोला कि तुम बालक आशिक को आदराम से पिछोर बस स्टैंड से अपने घर ग्राम बेलवावडी ले जाना और इसके बारे मे किसी को कुछ नहीं बताना। कुल मिलाकर बच्चे के अपरहण की साजिश पिता जालम आदिवासी के द्वारा अपने विरोधियों को झूठे आरोपों में फ़ंसाने के लिए रची गई थी। पुलिस अब इस मामले में पिता और उसके सहयोगियों पर मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है।