SHIVPURI NEWS - सकुशल लौटा जीके हेरिटेज स्कूल का 7वीं क्लास का स्टूडेंट, वापस लेकर आए विघ्नहर्ता, पढ़िए पूरा मामला

Bhopal Samachar
जयनारायण शर्मा @शिवपुरी। शिवपुरी शहर के नवाब साहब रोड पर स्थित चंद्रा कॉलोनी में रहने वाला अरुण धाकड उम्र 13 साल सकुशल वापस लौट कर अपने घर आ गया है। बताया जा रहा है कि अरुण को शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस ने देखा और पुलिस को सूचित किया। जैसा कि विदित है कि जीके हेरिटेज स्कूल का 7वीं क्लास का स्टूडेंट अरूण टीचर की मारपीट से क्षुब्ध होकर घर से गायब हो गया था। अरुण धाकड़ के सकुशल वापस मिलने पर उसके माता पिता को चैन मिल गया वही शिवपुरी सिटी कोतवाली पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।

ट्यूशन की कहकर घर से निकला था अरुण

21 सितंबर की शाम 5 बजे अरुण धाकड उम्र 13 साल पुत्र ध्रुव सिंह धाकड अपने घर से ट्यूशन की कहकर निकला था। अरुण नवाब साहब रोड पर स्थित गायत्री इंग्लिश पोइंट दीपक सर के यहां ट्यूशन जाता था। घर से निकला अरुण कोचिंग नही पहुंचा। शाम को 6 बजे दीपक सर ने अरुण के पिता को फोन लगाया कि आज अरुण ट्यूशन नही आया आज उसका टेस्ट था। अरुण के पिता ने घर पर फोन लगाया और अरुण के ट्यूशन नही जाने का कारण पूछा तो अरूण की मां ने बताया कि वह तो शाम 5 बजे ही ट्यूशन की कहकर निकला है।

घर पहुंचे पिता तो मिल तीन पत्र-लिखा दुनिया छोड़कर जा रहा हूं

अरुण के पिता ध्रुव सिंह ने बताया कि जल्दी जल्दी अपने फल का ठेला बंद कर घर पहुंचा। घर पर उसकी छोटी बहन को तीन पत्र मिले यह पत्र गणेशजी के पास एक पत्र अलमारी मे ओर एक पत्र छोटी बहन के बैग में। सभी भी एक ही बात लिखी थी कि

घर पर छोड़ा पत्र
अरुण ने अपने घर पर नोटबुक के एक पन्ने पर लिखा है
दीपक सर ने मुझे मारा है तो मे अपना घर छोड़कर जा रहा हूं में पापा तुम्हें बहुत चाहता हूं में क्या करू

यह शब्द अरूण ने अपने पत्र में इग्लिंश में लिखे हैं
Deepak sir is beat me so I left my home. I miss my father
I miss mom/dad
मै जा रहा हूं इस दुनिया को छोड के आई मिस यू मॉम डैड

गणेश जी की पूजा करते रहना
मुझे 20 सितंबर 2023 का मारा था
डिब्बे में पैसे रखे थे वो भी ले जा रहा हूं
सॉरी मॉम डेड

अरुण के पिता ने बताया कि उसके बाद हम कोतवाली पहुंचे और मामले की जानकारी दी। पुलिस ने कंट्रोल रूम के कैमरे को चेक किया लेकिन अरुण कही भी नही दिखा। अरुण केवल उसकी गली में लगे एक कैमरे कैद हुआ जो बाईपास रोड की तरफ जाते दिख रहा था।

अरुण के टीचर ने बताया कि उसका टेस्ट था

अरुण के टीचर दीपक सेन ने बताया कि वह पढ़ने में एवरेज से भी कम था। उसके पिता और मेरे पुराने संबंध है और अरूण दो साल से लगातार मेरे यहां पढ़ने आ रहा था। 20 तारीख को अरुण का इंग्लिश का टेस्ट था। टेस्ट में अरुण के बहुत कम नंबर आए थे इसलिए उसे मैंने डाटा था और कहा कि कल तैयारी करके आना,लेकिन अगले दिन 22 तारीख को अरुण धाकड़ कोचिंग नही आया और घर से गायब हो गया।

पैदल पैदल रेलवे स्टेशन पहुंचा अरुण

अरुण ने शिवपुरी समाचार को बताया कि वह पैदल पैदल घर के पीछे वाली गली से गली से पुराने टोल टैक्स पर पहुंचा ओर पैदल पैदल ही शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर पहुंचा और 635 वाली गाडी में बैठकर ग्वालियर पहुंच गया। उसके बाद मैने 10 रूपए के बिस्कुट खरीदें और खाए थे।

रात और दिन भर वेटिंग रूम में रहा

अरुण ने बताया कि वह ट्रेन से उतरकर वेटिंग रूम में जाकर बैठ गया रात में वेटिंग रूम मे ही सोया था। सुबह उठकर चाय पी और प्लेट फार्म से ही बिस्कुट खरीद कर खाए थे। दिन में भी वही बैठा रहा। वेटिंग रूम में बैठे एक अंकल से मैंने मोबाइल से अपने पापा को फोन लगाया तो पापा ने हॉलो बोलकर फोन काट दिया था। उसके बाद मैंने कॉल नही किया।

माँ पापा सहित गणेश जी की याद आ रही थी

अरुण ने बताया कि माँ और पापा की याद आ रही थी। मैंने अपने घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की थी और उनका अपने हाथो से मंदिर बनाया था। मंदिर का डेकोरेशन भी किया था। मैने सोचा मम्मी पापा मेरी चिंता में होंगे मेरे गणेश जी का ध्यान कौन रखेगा। इसके बाद मैने शिवपुरी की ओर आने वाली ट्रेन के बारे में एक अंकल से पूछा और रात की ट्रेन में बैठकर शिवपुरी आ गया।

रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस को दिख गया अरुण

रात लगभग 10 बजे अरुण शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर उतरा और एक बेंच पर जाकर बैठ गया। अरुण पर जीआरपी पुलिस की नजर पड गए और उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम और पता बताया। जीआरपी पुलिस ने सिटी कोतवाली पुलिस से संपर्क किया और परिजनों को सूचित किया। बताया जा रहा है कि अरुण घर से 20 हजार रुपए लेकर गया था। उसके पिता ने झूठ बोला था कि वह मात्र 600 रूपए लेकर घर से निकला है। 20 हजार रुपए अरुण की जेब में सुरक्षित मिले है वही उसने 29 घंटे में मात्र 20 रुपए खर्च किए थे।

राहत की सांस परिवार को-विघ्नहर्ता ने हर लिया विघ्न

अरुण के कुशल मिल जाने पर उसके माता पिता सहित परिवार ने राहत की सांस ली है। परिजनों का कहना है कि हमारे घर पधारे श्रीगणेश ने उनके संकट हर लिया है।