SHIVPURI NEWS- करैरा की खदानों का रावत प्राइवेट लिमिटेड का कब्जा, 2 करोड़ प्रतिमाह का टर्नओवर, निजी रॉयल्टी देती है

Bhopal Samachar
ललित मुदगल शिवपुरी। शिवपुरी जिले के करैरा तहसील अवैध रेत उत्खनन के लिए बदनाम है। करैरा से लगातार अवैध रेत खनन के मामले सामने आते है,लेकिन अब अवैध रेत को लेकर शिकायती आवेदन सामने आने लगे है। बीते 20 सितंबर को करैरा एसडीएम को एक शिकायती आवेदन सौंपा गया है इस आवेदन के अनुसार करैरा में 8 स्थानों पर अवैध रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है।

पहले पढे आप शिकायती आवेदन को
श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी महोदय
अनुविभाग करैरा जिला शिवपुरी (म.प्र.)
विषय :–अवैध उत्खनन एवं अवैध वसूली करने के संबंध में आवेदन पत्र
उपरोक्त विषय में निवेदन है कि आपके अनुभाग क्षेत्र ग्राम चिताहरी.कल्याणपुर, दबरासानी, अन्दौरा जरगंवा, रौनीजा, सोन्हर, सिलरा एवं चंदपठा में माफियाओं द्वारा धनवल. शास्त्र बल एवं राजनीतिक बल को दिखाकर रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है, जिससे कि क्षेत्र में आमजन को समस्या जैसे कि एक्सीडेंट और सड़के क्षतिग्रस्त हो रही है, और शासन प्रशासन द्वारा को ऐसा आदेश नही है जिससे खदानों का संचालन किया जा सके, इसके बावजूद माफियाओं द्वारा फर्जी अवैध नाके लगाकर राजस्व सरकार को लाखों का चूना प्रतिदिन लगा रहें है।

123 अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि इस समस्त अवैध कारोबार को विगत 02 दिवस के अन्दर पूर्ण रूप से बंद कर एवं माफियाओं पर कार्यवाही करने की कृपा करें अन्यथा की स्थिति में आमजन एवं विकास क्रांति संगठन अनिश्चितकालीन आंदोलन एवं भूख हड़ताल करने पर विवश होगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।

अब दूसरे शब्दों में समझे मामले को
बताया जा रहा है कि उक्त खदानों का ठेका वीनस ट्रेडर्स पर था, पिछले 6 माह से समाप्त हो चुका है। पिछले 6 माह से इन खदानो पर गजेन्द्र रावत काशीपुर नरवर और मनोज रावत सरपंच ने कब्जा कर रखा है। या यू कह लेकि रावत प्राइवेट लिमिटेड बनाकर काम किया जा रहा है। जानकारी मिल रही है कि इस कंपनी ने अपनी निजी रॉयल्टी काटती है।

टेक्टर से 2 हजार,14 टायर वाले डंपर से 17 हजार और हाइवा से 36 रुपए की रॉयल्टी यह कंपनी लेती है। कुल मिलाकर प्रतिदिन 6 लाख रुपए ये अधिक का कारोबार किया जाता है। इस हिसाब से लगभग 2 करोड़ रुपए प्रतिमाह की यह कंपनी कमाती है।

इस कंपनी ने प्रत्येक थाने को फिक्स कर रखा है वही राजस्व के अधिकारी और खनिज अधिकारी सहित वन विभाग को इस अवैध वसूली से हिस्सेदारी की जाती है। रावत लिमिटेड लगातार अवैध उत्खनन कर रही है इसका सबूत यह रॉयल्टी है। इस कंपनी की इतनी बड़ी गुंडागर्दी और खौफ है कि इनकी बिना रॉयल्टी के यहां से कोई अन्य टेक्टर यहां से रेत भरकर नही ले सकता है। अगर ले गया तो आगे पुलिस उस वाहन का इंतजार करते मिलती है।

बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन कल्याणपुर से किया जाता है,लेकिन प्रशासन के सभी विभाग चाहे पुलिस हो,वन विभाग,राजस्व और माइनिंग विभाग सभी हाथ पर हाथ धरे बैठे है। या यूँ कह लो हर माह की अपनी किश्त का इंतजार करती है। सरकारी कार्रवाई भी उन वाहनों पर होती है जिन वाहनों को पकड़ने के ओदश यह रावत प्राइवेट लिमिटेड करती है।

करैरा में कल से शुरू होगा धरना

जानकारी मिल रही है कि करैरा में तहसील परिसर में इस अवैध उत्खनन के खिलाफ एसडीएम को आवेदन देने वाले ग्रामीण इस उत्खनन के खिलाफ धरना पर बैठ रही है। ग्रामीणों को आरोप है इस अवैध उत्खनन से उनके गांव की रोड धसक जाती है। हादसे की आशंका बनी रहती है।