शिवपुरी। शिवपुरी शहर के शिव शक्ति नगर में रहने वाले ITBP सब-इंस्पेक्टर चौरसिया का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। ITBP में पदस्थ सब इंस्पेक्टर का निधन बिहार के पूर्णिया में हो गया। 42 साल एसआई रोहित चौरसिया के निधन की खबर से परिजनों में शौक की लहर दौड़ गई। सोमवार को मृतक का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर व राजकीय सम्मान के साथ दोपहर 12 बजे किया गया।
रोहित कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। उसका उपचार बिहार पूर्णिया के अस्पताल में चल रहा था इसके बाद दो दिन पहले रोहित की तबीयत बिगड़ने के बाद रोहित को सिलीगुड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूचना मिलते ही रोहित के पिता राधाशरण और छोटा भाई सहित बिहार के लिए रवाना हो गए थे। डॉक्टरों ने रोहित के फेफड़ों में अधिक इन्फेक्शन का होना बताया था। जहां रोहित ने उपचार के दौरान शनिवार की शाम सिलीगुड़ी के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
30 जून को मिली थी बिहार की पोस्टिंग
बता दें कि रोहित चौरसिया ने 2002 को आईटीबीपी ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई। रोहित अपने पीछे एक 11 साल की बेटी और 4 साल का मासूम बेटा छोड़ गया है। रोहित आखरी में मधुरई आईटीबीपी बेस से जून माह में अपने घर शिवपुरी आया था इसके बाद उसे नई पोस्टिंग बिहार के पूर्णिया में मिली थी। छुट्टी खत्म होने के बाद रोहित ने 30 जून को आईटीबीपी हेड बेस ज्वाइन कर लिया था।
सोमवार की सुबह पहुंचा पार्थिव शरीर
रोहित चौरसिया पार्थिव शरीर शरीर सिलीगुडी से हवाई जहाज से दिल्ली जाया गया। इसके बाद आईटीबीपी के वाहन से पार्थिव शरीर को आज सुबह लगभग 9ण्30 बजे शिवपुरी रोहित के निज निवास शिव शक्ति नगर लाया गया। जहां रोहित के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। शिवपुरी एसपी रघुवंश प्रसाद भदौरिया सहित शहर के तमाम लोगों ने रोहित को श्रृंदाजलि अर्पित की। इसके बाद स्थानीय मुक्तिधान के लिए रोहित की अंतिम यात्रा निकाली गई
आईटीबीपी के जवानों ने दिया रोहित को गार्ड आॅनर
स्थानीय मुक्तिधाम पर आईटीबीपी के जवानों ने रोहित को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस मौके पर ITBP शिवपुरी के डीआईजी रघुवीर सिंह मौजूद थे। रोहित के चार साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। जब रोहित का मासूम बेटा रोहित की चिता को मुखाग्नि दे रहा था जब मुक्ति धाम पर खडे हजारो लोगो ने आंखो से आशू थे।
रोहित कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। उसका उपचार बिहार पूर्णिया के अस्पताल में चल रहा था इसके बाद दो दिन पहले रोहित की तबीयत बिगड़ने के बाद रोहित को सिलीगुड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूचना मिलते ही रोहित के पिता राधाशरण और छोटा भाई सहित बिहार के लिए रवाना हो गए थे। डॉक्टरों ने रोहित के फेफड़ों में अधिक इन्फेक्शन का होना बताया था। जहां रोहित ने उपचार के दौरान शनिवार की शाम सिलीगुड़ी के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
30 जून को मिली थी बिहार की पोस्टिंग
बता दें कि रोहित चौरसिया ने 2002 को आईटीबीपी ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई। रोहित अपने पीछे एक 11 साल की बेटी और 4 साल का मासूम बेटा छोड़ गया है। रोहित आखरी में मधुरई आईटीबीपी बेस से जून माह में अपने घर शिवपुरी आया था इसके बाद उसे नई पोस्टिंग बिहार के पूर्णिया में मिली थी। छुट्टी खत्म होने के बाद रोहित ने 30 जून को आईटीबीपी हेड बेस ज्वाइन कर लिया था।
सोमवार की सुबह पहुंचा पार्थिव शरीर
रोहित चौरसिया पार्थिव शरीर शरीर सिलीगुडी से हवाई जहाज से दिल्ली जाया गया। इसके बाद आईटीबीपी के वाहन से पार्थिव शरीर को आज सुबह लगभग 9ण्30 बजे शिवपुरी रोहित के निज निवास शिव शक्ति नगर लाया गया। जहां रोहित के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। शिवपुरी एसपी रघुवंश प्रसाद भदौरिया सहित शहर के तमाम लोगों ने रोहित को श्रृंदाजलि अर्पित की। इसके बाद स्थानीय मुक्तिधान के लिए रोहित की अंतिम यात्रा निकाली गई
आईटीबीपी के जवानों ने दिया रोहित को गार्ड आॅनर
स्थानीय मुक्तिधाम पर आईटीबीपी के जवानों ने रोहित को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस मौके पर ITBP शिवपुरी के डीआईजी रघुवीर सिंह मौजूद थे। रोहित के चार साल के बेटे ने मुखाग्नि दी। जब रोहित का मासूम बेटा रोहित की चिता को मुखाग्नि दे रहा था जब मुक्ति धाम पर खडे हजारो लोगो ने आंखो से आशू थे।